lucknow@inext.co.in

LUCKNOW: केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह को लखनऊ से दोबारा टिकट मिलने के साथ गठबंधन और कांग्रेस के लिए मजबूत प्रत्याशी चुनने की चुनौती सामने है। पिछले चुनाव में जीत हासिल करने वाले राजनाथ सिंह को यह सीट विरासत में मिली है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई के राजधानी से सांसद रहने के बाद लालजी टंडन को इस सीट पर भाजपा की जीत बरकरार रखने की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी जिसे उन्होंने बखूबी निभाया था। इसके बाद यह सीट राजनाथ सिंह के खाते में आ गयी और उन्होंने भी बड़े अंतर से पिछले चुनाव में जीत हासिल की थी। खास बात यह है कि उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी एवं कैंट विधायक डॉॅ। रीता बहुगुणा जोशी को 2.72 लाख वोटों के अंतर से हराया था। इस हार के बाद डॉक्टर रीता बहुगुणा जोशी ने भाजपा का दामन थाम लिया और वर्तमान में वह योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं।

विधानसभा चुनाव में भी कब्जा

वर्ष 1991 से लखनऊ सीट पर भाजपा का कब्जा बरकरार है। पिछले विधानसभा चुनाव में तो भाजपा के खाते में राजधानी की सारी सीटे आ गयी थी। कई सपा विधायकों को अपनी सीट गंवानी पड़ी थी। इनमें सपा सरकार में मंत्री रहे प्रोफेसर अभिषेक मिश्रा भी शामिल थे। हैरानी की बात यह है कि वर्ष 2012 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को लखनऊ की केवल एक सीट ही हासिल हुई थी। सांसद रहे लालजी टंडन के पुत्र आशुतोष टंडन उर्फ गोपाल ही चुनाव जीत सके थे। वर्ष 2014 में राजनाथ के सांसद बनने के बाद मोदी लहर का कुछ ऐसा असर रहा कि वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के पाले में लखनऊ की आठों विधानसभा सीट आ गयी। केवल मोहनलालगंज में भाजपा समर्थित आरके चौधरी को हार का सामना करना पड़ा। कभी राजनाथ को लोकसभा चुनाव में चुनौती देने वाली डॉ। रीता बहुगुणा जोशी ने लखनऊ कैंट सीट से सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की छोटी पुत्रवधू अपर्णा यादव को हरा दिया।

कई दिग्गज आजमा चुके हैं किस्मत

लखनऊ लोकसभा सीट से कई दिग्गज भी अपनी किस्मत आजमा चुके हैं। खास बात यह है कि इनमें खासी संख्या बॉलीवुड की हस्तियों की भी है। पिछले लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने राजनाथ का मुकाबला करने के लिए अभिनेता जावेद जाफरी को चुनाव मैदान में उतारा था। इसके अलावा उमराव जान फिल्म बनाने वाले मुजफ्फर अली, अभिनेता एवं वर्तमान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजबब्बर भी लखनऊ सीट पर चुनाव लड़ चुके हैं। मशहूर अभिनेता संजय दत्त भी वर्ष 2009 में चुनाव लडऩे राजधानी आए पर तकनीकी वजहों से उनको उम्मीदवारी वापस लेनी पड़ी। इसके बाद सपा ने नफीसा अली को प्रत्याशी बनाया पर वे लालजी टंडन से हार गयीं। वहीं इससे पहले अटल बिहारी वाजपेयी को हराने के लिए कश्मीर से डॉ।कर्ण सिंह को कांग्रेस प्रत्याशी बना चुकी है। प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हेमवती नंदन बहुगुणा लखनऊ से सांसद रह चुके हैं। इसके अलावा मशहूर वकील राम जेठमलानी भी यहां से चुनाव लड़ चुके है।

जितिन का नाम भी चर्चा में

जब मुकाबला देश के गृह मंत्री की संसदीय सीट पर हो तो विपक्ष के लिए मजबूत उम्मीदवार को तलाशना बड़ी चुनौती होना स्वाभाविक है। यही वजह है कि कांग्रेस लखनऊ सीट से जितिन प्रसाद को प्रत्याशी बनाना चाहती है पर वे इसके लिए राजी नहीं हैं। शुक्रवार को जितिन प्रसाद की नाराजगी और उनके भाजपा में जाने की चर्चा जोरों पर रही हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो सकी। वहीं गठबंधन की ओर से सपा लखनऊ सीट पर अपना प्रत्याशी खड़ा करेगी। सपा में भी ऐसे उम्मीदवार की तलाश की जा रही है जो राजनाथ को चुनौती दे सके।

पिछले चुनाव में मिले वोट

क्षेत्र      राजनाथ    रीता जोशी

वेस्ट-     101373      65949

नार्थ-    117873     54928

ईस्ट-     147654      45094

सेंट्रल-     91491      72390

कैंट-      100642      49490

कुल-    559033     287851

लोकसभा चुनाव: किसी का बेटा किसी का भतीजा, यूपी की पालिटिक्स में इन 'बड़ों' के बच्चों की इंट्री