बाकी पार्टियों ने लिया यू-टर्न, कांग्रेस को अकेला छोड़ा

इस मसले पर बीएसपी, एसपी और एडीएमके के साथ ही तृणमूल कांग्रेस ने अचानक यू टर्न ले लिया है और कांग्रेस अलग-थलग पड़ गई है. राज्यसभा में भी ट्राई अमेंडमेंट बिल पास होने के रास्ते साफ होते दिख रहे हैं. बीएसपी और एसपी ने ट्राई अमेंडमेंट बिल का विरोध नहीं करने का फैसला किया. जयललिता की पार्टी एडीएमके भी इस मसले पर एनडीए के साथ नजर आ रही है. वहीं टीएमसी भी इस बिल के खिलाफ नहीं जाएगी. ऐसे में कांग्रेस इस मुद्दे पर अकेली पड़ गई है. जबकि इस मसले पर टीएमसी पहले कांग्रेस के साथ थी.

राज्यसभा में भी बिल का रास्ता साफ

राज्यसभा में टोटल 245 मेंबर्स है. जिनमें से एनडीए के  58, यूपीए 80 और दूसरी पार्टियों के सांसदों की संख्या 86 है. एआईएडीएमके के 11 सांसद, डीएमके के 4 सांसद, बीजू जनता दल के 7 सांसद हैं. इसके अलावा अगर सरकार राष्ट्रीय लोकदल के सांसदों को अपने फेवर में कर लेती है तो उसे बिल को राज्यसभा से पास कराने में कोई परेशानी नहीं होगी. इनके अलावा राज्यसभा में मनोनीत सांसदों की संख्या भी 10 है. साथ ही खाली दो सीट भी सरकार के ही फेवर में हैं.

बदलेगा ट्राई का कानून

कांग्रेस ने ट्राई कानून में बदलाव के मोदी सरकार के कदम का विरोध किया है. दूसरी पोलिटिकल पार्टीज के विरोध को नजरअंदाज करते हुए शुक्रवार को लॉ मिनिस्टर रविशंकर प्रसाद ने लोकसभा में ट्राई एक्ट में अमेंडमेंट बिल पेश किया ताकि यह नया कानून 28 मई को जारी उस ऑर्डिनेंस का स्थान ले सके जिसके जरिये ट्राई कानून में संशोधन कर मिश्र की नियुक्ति की गई थी. ट्राई कानून के मुताबिक इसका प्रेसीडेंट रिटायर होने के बाद किसी सरकारी पोस्ट पर काबिज नहीं हो सकता.

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