-सीएम बोले, न्याय के साथ विकास ही हमारा संकल्प

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MADHUBANI/PATNA : बिहार में 15 साल पहले पति -पत्नी की सरकार थी. सब जानते हैं कि उस समय राज्य की क्या स्थिति थी. पति -पत्नी की सरकार में बिहार में चारों तरफ सिर्फ निराशा थी. यह बात सीएम नीतीश कुमार ने चुनावी सभा में कही. उन्होंने कहा कि 13 साल पहले आपने हमें आशीर्वाद देकर राज्य का भार सौंपा. तब से आज तक किसी की उपेक्षा नहीं की है. सरकारी योजना से हर तबके को फायदा हुआ है. महादलित, अल्पसंख्यक समुदायों के बच्चों को टोला सेवक और तालिमी मरकज के जरिए स्कूलों से जोड़ा गया. अनुसूचित जाति-जनजाति को 16 प्रतिशत, अति पिछड़ा को 20 तथा महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देकर मुख्यधारा से जोड़ा. नीतीश कुमार मंगलवार को अंधराठाढ़ी के महंत राज गिरि उच्च विद्यालय मैदान में झंझारपुर के जदयू उम्मीदवार रामप्रीत मंडल के लिए वोट मांग रहे थे.

आए हैं मजदूरी मांगने

मुख्यमंत्री ने कहा कि वे जाति- मजहब के नाम पर नहीं, बल्कि अपने 13 वर्षों के काम के आधार पर मजदूरी मांगने आए हैं. भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी : सीएम ने कहा कि केंद्र में पीएम मोदी के शासनकाल में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी है. मेरा लक्ष्य बिहार के हर कोने में विकास करना है. हमलोग विकास के सहारे ही जनता से मजदूरी मांग रहे हैं. जब राज्य में विकास होगा तभी जनता खुशहाल होगी. लक्ष्य है कि बिहार के हर गांव, हर जिला, हर प्रखंड, हर पंचायत और हर वार्ड में विकास हो. समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास की रोशनी पहुंचाना मकसद है. हमने बिना पक्षपात के हर तबके के विकास के लिए कई योजनाएं बनाई है. मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना से वृद्धों को लाभ मिल रहा है. महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देने वाला बिहार पहला पहला राज्य है. गरीब मेधावी बच्चों के लिए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना जारी है.