आला अधिकारी भी खबर लेने पहुंचे

नन्ही परी कई दिनों से दून हॉस्पिटल में जिदंगी की जंग लड़ रही है। दरअसल, परी के दादा-दादी चारधाम यात्रा मार्ग पर एक रोड एक्सीडेंट में मारे गए। इसके बाद किसी की नजर पडऩे पर परी को एंबुलेंस से दून हॉस्पिटल पहुंचाया गया। परी के दोनों पैर जख्मी हैं यहां तक की उससे दर्द भी नहीं सहा जा रहा। बार बार उसे अपनी मां की याद सता रही है। जबकि अब तक इस मासूम के माता-पिता का पता नहीं चल पाया है। वेडनसडे को परी के खबर लेने चीफ सेक्रेटरी व राष्ट्रीय आपदा प्राधिकरण के मेंबर वीके दुग्गल दोनों ही अस्पताल पहुंचे और मौका पाते ही  इन दोनों अधिकारियों के सामने कुछ महिलाओं के विरोध प्रदर्शन किया। विरोध कर रही महिलाओं ने आरोप लगाया कि परी की देखभाल के लिए शासन-प्रशासन ढीला रवैया अपना रहा है। जबकि दोनों अधिकारियों ने महिलाओं को परी के स्वास्थ्य का पूरा ख्याल रखने का भरोसा दिलाया।

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अपनाने के लिए लोग आ रहे आगे

नन्ही परी को पिछले दो दिनों से इंफेक्शन हो गया है। हर रोज उसको देखने के लिए कई लोग हॉस्पिटल तक पहुंच रहे हैं। जिसके बाद डॉक्टर्स ने फिलहाल मिलने वालों पर सख्ताई बरत दी है। इसके साथ ही परी को एडॉप्ट करने वालों की लंबी सूची बढ़ती जा रही है। दुनियाभर से परी को अपनाने के लिए लोग आगे आ रहे हैं। इस मासूम को माता पिता का प्यार देना चाहते हैं। लेकिन फिलहाल परी को अपनाने में कई लीगल बैरियर्स हैं। जबकि हॉस्पिटल प्रशासन ने परी के स्वास्थ होने तक बाहर से कोई भी मदद लेने से इनकार कर दिया है।