मेल और फोन पर लॉटरी जीतने व रूपये विदड्रॉल करने का आता है मैसेज
बीते दो सालों में साइबर सेल में तेजी से बढ़े हैं मुकदमें
Meerut। मोबाइल फोन पर आने वाले लुभावने लिंक पर क्लिक करना आपको भारी पड़ सकता है। अगर आपने अपने मेल या फोन पर लॉटरी जीतने और पैसा विदड्रॉल किए जाने के किसी लिंक पर क्लिक किया तो आप खड़े-खड़े ठगी का शिकार हो सकते हैं। ऐसे कई मामले साइबर सेल में आए हैं। एसपी क्राइम डॉ। बीपी अशोक का कहना है कि लोगों को इसके लिए जागरूक होना पड़ेगा। इसके लिए वह भी अभियान भी चला रहे हैं।
फर्जी मैसेज हो रहे वायरल
वायरल हो रहे फर्जी मैसेजों की फेहरिस्त में प्रधानमंत्री बालिका समृद्धि योजना 2018 प्रधानमंत्री द्वारा 1 से 18 साल की बालिका को नि:शुल्क दस हजार का चेक दिया जाएगा वाला मैसेज भी है। जिसमें कहा गया है बालिकाओं के भविष्य के लिए एक योजना चालू की गई है। आवेदन करने के लिए एक लिंक भी दिया गया है। लिंक खोलते ही उसमें सबसे पहले कन्या का नाम, आवेदक का नाम, राज्य की डिटेल मांगी जा रही है। इसके साथ एसबीआई बैंक अकाउंट के एटीएम बदलने का भी फर्जी मैसेज वायरल हो रहा है। आयुष्मान योजना के तहत भी फर्जी मैसेज वायरल हो रहा है।
यह हुए है शिकार
12 जनवरी 2019
साडि़यों के थोक विक्रेता जेल चुंगी निवासी राकेश मोहन ने साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई कि उनके मोबाइल पर मेल द्वारा लॉटरी में 20 लाख रुपये जीतने का मैसेज आया। मेल पर कहा गया कि अगर इनाम को लेना है तो मेल पर क्लिक कर दें। जब उन्होंने क्लिक किया तो उनके अकाउंट से बीस हजार रुपये गायब हो गए।
8 फरवरी 2019
जागृति विहार सेक्टर नौ निवासी डॉ। हरिमोहन ने बताया कि साइबर सेल में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसके मोबाइल पर दस रुपये में बीमा कराने का लिंक आया। जब उसने लिंक पर अपना डाटा भरा तो मोबाइल पर ओटीपी मांगा गया। इसके बाद उसने ओटीपी दे दिया। थोड़ी देर बाद उनके अकाउंट से दस हजार रुपये निकलने का मैसेज आ गया। जिससे उसके पैरों तले जमीन खिसक गई।
19 दिसंबर 2018
खैर नगर में दवाईयों के थोक विक्रेता राजेश श्रीवास्तव के मोबाइल पर एसबीआई के एटीएम कार्ड बदलने के मैसेज पर एक लिंक आया। उनसे कहा गया कि अगर आपको चिप वाला एटीएम कार्ड चाहिए तो लिंक पर अपना डाटा की जानकारी दे। वे झांसे में आ गया। सारी जानकारी भरते ही 40 हजार रुपये अकाउंट से कट गए।
9 नवंबर 2018
सांसद राजेंद्र अग्रवाल को एक ठग ने फोन करके उनका एटीएम नंबर पूछने का प्रयास किया था। सांसद राजेंद्र अग्रवाल को समझने में देर न लगी कि उनके साथ ठगी का प्रयास किया जा रहा है। इसके बाद उन्होंने उसकी शिकायत मेडिकल थाने में दर्ज कराई।
साइबर सेल ने जारी की एडवाइजरी
1. सरकारी लिंक वाली वेबसाइट का इस्तेमाल करें।
2. ऑनलाइन बिजनेस शुरू करने से पहले छानबीन जरूर करें।
3. किसी को अपना एटीएम का पिन नंबर न बताएं।
4. मोबाइल और मेल आने वाले फर्जी मैसेजों को करें डिलीट और कॉल्स को रिसीव करने से बचें।
क्या कहता है आईटी कानून
भारतीय साइबर कानूनों में किताबें, लेख, वीडियो चित्र, लोगो, और दूसरे क्रिएटिव मेटिरियल का बिना इजाजत इस्तेमाल करना अनैतिक तो है ही अवैध भी है।
कापीराइट
कानून 1957 की धारा - 14,63 बी
सजा - सात दिन से तीन साल की जेल या 50 हजार रुपये से दो लाख रुपये तक जुर्माना।
दो साल में बढ़े आंकड़े
दरअसल, नोटबंदी के बाद शहर में भी डिजिटल पेमेंट के तौर-तरीकों में तेजी आई थी, लेकिन इसी दौरान साइबर क्राइम का अपराध भी धीरे-धीरे बढ़ने लगा। अक्सर जानकारी न होने की वजह से लोग ऐसे साइबर ठगों के जाल में फंस जाते हैं। आंकड़ों की मानें तो बीते दो साल में ही साइबर अपराध का आंकड़ा दोगुने से भी ज्यादा बढ़ गया है।
साल-अपराध
2018-812
2017-674
2016-632
234 - आरोपियों को बीते एक साल में पुलिस ने किया गिरफ्तार
27 - ठगी के केसों का एसटीएफ ने किया है भंडाफोड़।
37 - लाख की रकम ठगों से वापस कराई जा चुकी है।
432 - आरोपी ठगी के केस में चल रहे हैं फरार।
32 - थानों में दर्ज किए गए हैं ठगी के कई मामले।
क्यों होते हैं साइबर अपराध
1. गैर-कानूनी कमाई
2. बदला लेने का मकसद
3. महिलाओं का अपमान
4. ब्लैकमेलिंग राजनीतिक हित