- आईजी ने नेतृत्व में क्राइम ब्रांच की टीम ने एक करोड़ 60 लाख की लूट में पांच बदमाशों को किया अरेस्ट

-ड्राइवर ही निकला भेदिया, एक साल से चल रही थी लूट की प्लानिंग

ALLAHABAD: ख्म् सितंबर को इलाहाबाद लखनऊ हाईवे पर हुई एक करोड़ म्0 लाख रुपए की लूट का क्राइम ब्रांच ने खुलासा कर दिया। आईजी दलजीत सिंह चौधरी की सटीक सूचना पर क्राइम ब्रांच ने गैंग में शामिल पांच शातिर बदमाशों को दबोच लिया। हालांकि बदमाशों के पास से लूट का कुछ ही माल बरामद हुआ है। क्योंकि पकड़े गए बदमाशों का कहना है कि लूटा गया पैसा मास्टर माइंड भाईजी लेकर चला गया था। भाईजी और सात अन्य साथी अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं।

पुलिस लाइंस में संडे को एसएसपी दीपक कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस में लूट का खुलासा करते हुए बताया कि बदमाशों को ट्रेस करने में पुलिस जुटी थी। यह इतना आसान नहीं था। ऐसी कोई कड़ी नहीं थी जिस पर पुलिस ने काम न किया हो। कर्नलगंज से लेकर सोरांव और नवाबगंज से सेल आईडी कलेक्ट कर उसकी स्कैनिंग की गई। काफी मशक्कत के बाद पुलिस को इस गेम में कामयाबी मिली। पुलिस को इस बात का पहले से ही शक था कि इस लूट में कोई ना कोई कर्मचारी पहले से मिला हुआ है। और आखिरकार वही निकला।

ड्राइवर ही निकला गद्दार

एसएसपी ने बताया कि इस लूट में भी शराब व्यापारी के कंपनी का एक कर्मचारी ही गद्दार निकला। जांच में पुलिस को पता चला कि ड्राइवर विनय ने ही रुपए ट्रांजेक्शन की बात लीक की थी। उसकी सेटिंग हो गई थी। उसने एक दिन पहले ही फोन करके पवन मिश्रा को यह बता दिया था कि कल सुबह करोड़ों रुपए कंपनी का लेकर लखनऊ जा रहे हैं। इसके बाद पवन ने अपने साथियों के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए ड्राइवर विनय गुप्ता, पवन मिश्रा, दिलीप, रफीक उर्फ भल्लू और गुलाब सिंह पटेल को दबोच लिया। इनके पास से लूट का करीब दो लाख रुपया बरामद कर लिया।

भाई जी बना है राज

एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि इस गैंग का मास्टर माइंड भाई जी है। भाई जी शातिर बदमाश है। उसके गैंग में शामिल कई बदमाशों ने स्टेट लेबल की घटनाओं को अंजाम दिया है। इस गेम में भी जाल बिछाया था। पुलिस को अहम जानकारी भाई जी के बारे में मिली है। हालांकि पुलिस ने इसे मीडिया से शेयर नहीं किया। पुलिस ने बताया कि उसकी गोपनीय तरीके से अरेस्टिंग की कवायद की जा रही है।

क्ख् लोग गैंग में शामिल

एक करोड़ म्0 लाख रुपए की लूट की घटना को अंजाम देने के लिए बदमाशों ने एक बोलेरो गाड़ी का यूज किया था। उसमें पांच बदमाश बैठे थे। जब पुलिस ने राज खोला तो पता चला कि क्ख् बदमाशों ने मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था जिसमें वह ड्राइवर भी शामिल है। ड्राइवर ने पीसीओ से जाकर फोन किया ताकि किसी को शक न हो सके। उसके बाद बाकी लोग बोलेरो गाड़ी के पीछे एक दूसरी गाड़ी से बैकअप देने के लिए लगे थे। अगर कहीं कोई गड़बड़ी होती है तो वह पीछे से उसकी कमान संभाल सकें।

बदमाशों को खुद पहचाना

पुलिस के लिए बड़ी कामयाबी यह रही कि इस घटना को अंजाम देने वाले बदमाशों को शराब एजेंसी में जॉब करने वाले कर्मचारियों ने पहचान लिया। उन्होंने उस व्यक्ति की भी पहचान की जो पुलिस की वर्दी में था और लोग उसे दीवान जी दीवान जी कह कर पुकार रहे थे। यह प्लानिंग इसलिए की गई थी ताकि लोगों को लगे कि सच में पुलिस वालों ने ही इस घटना को अंजाम दिया। प्रेस कांफ्रेंस में पहुंचे कर्मचारियों ने यह बात मीडिया से भी शेयर की। इस आपरेशन में क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर मनोज रघुवंशी, आईजी आफिस सर्विलांस प्रभारी अजय सिंह, कांस्टेबल देव तिवारी, पवन सिंह, जुलकर नैन, पंकज, संजय सिंह, बाल गोविन्द और शाबिर आदि शामिल रहे।

अरेस्टेड

क्-गुलाब सिंह पटेल -कीडगंज -भ्म्भ्00 रुपए, एक तमंचा तीन कारतूस

ख्-रफीक उर्फ भल्लू-करछना-ब्म्00 रुपए, तमंचा दो कारतूस

फ्-दिलीप कुमार तिवारी उर्फ गुड्डू-प्रतापगढ़-फ्7भ्00 रुपए, तमंचा और दो कारतूस

ब्-पवन मिश्रा-घूरपुर -चित्रकूट-फ्फ्भ्00 रुपए, डीबीबीएल लाइसेंसी बंदूक व चार कारतूस

भ्-विनय गुप्ता-घूरपुर-ख्ख्भ्00 रुपए, लाइसेंसी पिस्टल

- यह लूट पुलिस के लिए चैलेंज थी। हमें शुरू से ही कंपनी के किसी कर्मचारी पर मिली भगत का शक था लेकिन वह ट्रेस नहीं हो रहा था। सर्विलांस की मदद ने क्राइम ब्रांच ने यह खुलासा किया है। पूरी टीम को भ्000 रुपए का प्राइज दिया जा रहा है।

दीपक कुमार

एसएसपी इलाहाबाद

तरुण सांवला से लूट को भी खोला

इस लूट के साथ पुलिस को एक और बड़ी कामयाबी हाथ लगी। पता चला कि इस लूट केस में पकड़े गए गुलाब सिंह पटेल ने ही अपने साथियों के साथ मिलकर तरुण सांवला के घर के बाहर लूट की घटना को अंजाम दिया था। 9 जुलाई की रात में सिविल लाइंस एरिया में गुलाब पटेल ने अपने साथियों के साथ मिलकर तरुण सांवला को गन प्वाइंट पर लेकर लूट की घटना को अंजाम दिया था। इस लूट में गुलाब को 70 हजार रुपए भी मिले थे।

लूटकांड पर एक नजर

- हाईवे पर पुलिस वाले बनकर बदमाशों ने की थी क् करोड़ म्0 लाख रुपए की लूट

-शराब कंपनी में जॉब करने वाला ड्राइवर ही निकला गद्दार

-आईजी दलजीत सिंह चौधरी की सटीक सूचना पर मिली कामयाबी

-क्राइम ब्रांच की टीम ने पांच शातिर बदमाशों को दबोचा

-लूट के रुपए से बदमाशों ने खरीद ली थी टवेरा गाड़ी

-पांच बदमाशों के पास से मिला लूट करीब दो लाख बरामद

-इस लूट में पुलिस को मिली एक और बड़ी कामयाबी

-सिविल लाइंस में तरुण सांवला लूट केस का भी राज खुला

-गैंग का मास्टर माइंड भाई जी अभी बना है चैलेंज

-इस लूट को क्ख् लोगों ने मिलकर दिया था अंजाम