-सावन में बन रहे कई शुभ संयोग

-मंदिरों में सावन की तैयारी पूर्ण

-सावन में चलेगा बोल बम, छोड़ भंग अभियान

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DEHRADUN: आज से शुरू हो रहे सावन में महादेव की कृपा बरसेगी। पहले ही दिन से शुभ संयोग बन रहे हैं। हालांकि ज्योतिषाचार्य पूरे सावन को ही महादेव का माह बता रहे हैं। वहीं टपकेश्वरनाथ मंदिर की ओर से सावन में बोल बम, छोड़ भंग अभियान चलाया जाएगा। इसमे श्रद्धालुओं को नशा छोड़ने का संकल्प दिलाया जाएगा।

सोमवार का व्रत विशेष

सावन में सोमवार का व्रत विशेष महत्व रखता है। खासतौर से पहले सोमवार में महादेव के भक्त व्रत रखते हैं, सोमवार व्रत में भगवान शिव और देवी पार्वती की अराधना होती है, जिससे उनकी खास अनुकंपा बनी रहती है।

रूद्राक्ष का पौधा लगाएंगे

आचार्य विपिन जोशी ने टपकेश्वर मंदिर में सावन की तैयारियां पूरी कर ली है। तीन अगस्त को सावन के पहले सोमवार के मौके पर मंदिर में 'द हंस फाउंडेशन' के भोले महाराज, माता मंगला देवी मंदिर में पूजा अर्चना कराई जाएगी। इसके अलावा रुद्राक्ष का पौधा भी लगाया जाएगा। इस मौके पर श्रद्धालुओं को नशा छोड़ने का संकल्प भी दिलाया जाएगा।

सावन में यह बन रहे योग

इस बार सावन की शुरुआत ही श्रवण नक्षत्र से हो रही है। सैटरडे को आयुष्मान नक्षत्र रहेगा। वहीं सैटरडे को दोपहर एक बजकर नौ मिनट से दो अगस्त सुबह पांच बजकर क्9 मिनट तक द्विपुष्कर सौभाग्य योग रहेगा। इसके अलावा क्ब्ब् साल बाद सर्वाद्ध योग बन रहा है। देवताओं के गुरुबृहस्पति और असुर गुरु शुक्र एक साथ आ रहे हैं। यह संयोग सभी राशियों के लिए शुभ साबित होगा।

सावन में जे जाते हैं कांवड़

सावन के पहले सोमवार से कांवडि़ए हरिद्वार से कांवड़ लेकर अपने गंतव्यों को जाते हैं। श्रद्धालु हरिद्वार से गंगाजल लेकर महादेव को गंगाजल से स्नान कराते हैं। इस मौके पर लाखों की संख्या में कांवडि़ए हरिद्वार में एकत्रित होते हैं। देहरादून सहित देश के कई हिस्सों से श्रद्धालु कांवड़ लेने हरिद्वार जाते हैं।

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सावन माह में गृहों और नक्षत्रों के योग हैं, जो क्ब्ब् साल बाद बन रहा है। सौभाग्य सर्वाद्ध सिद्ध योग सभी राशियों के लिए शुभ रहेगा। भगवान शिव और देवी पार्वती की आराधना से मनोकामना पूर्ण होंगी। शुक्र और गुरु वर्षो बाद एक साथ आ रहे हैं।

-कर्मानंद उनियाल, ज्योतिषाचार्य व भागवताचार्य