अपनी फिल्मों उलझे हुए रिश्तों को बखूबी दिखाने वाले फिल्ममेकर अनुराग कश्यप क्या अपनी निजी जिंदगी में भी रिश्तों को उतनी ही खूबसूरती से समझ और संभाल पाते हैं इस बारे में खुद अनुराग कहते हैं कि नहीं वे रियल लाइफ मं अपने रिलेशंस को हैंडल करने में कामयाब नहीं हुए हैं.  

2011 में एक्ट्रेस कल्कि कोचलिन से शादी करने वाले अनुराग का दो साल बाद 2013 में सैपरेशन हो गया और अब फाइनली उन्होंने डाइर्वोस ले लिया है. अपने अलग होने के लगभग दो साल बात उन्होने स्वीकार किया है कि कल्कि से अलग होने से बड़ा नुकसान उनका कोई नहीं हुआ. हालाकि अनुराग इस बारे में बात नहीं करते कि उन दोनों के बीच क्या हुआ और वे क्यों अलग हुए. वे कहते हैं महत्वपूर्ण वो है जो उनके बीच बचा रह गया और वो है एक दूसरे के लिए सम्मान. अनुराग मानते हैं कि कल्कि एक बेहतरीन एक्ट्रेस हैं और वे उनका बेहद सम्मान करते हैं.

 

अनुराग कल्कि की मुलाकात 2009 में फिल्म देव डी के दौरान हुई थी. वो धीरे धीरे एक दूसरे के करीब आए और फिर उन्होने शादी कर ली. ब्लैक फ्राइडे, गुलाल और गैंग्स ऑफ वासेपुर जैसी बेहतरीन फिल्में बनाने वाले अनुराग कहते हैं कि कल्कि ने अपनी लाइफ के जो छह साल उनके साथ बिताए वो उनके सबसे खूबसूरत साल रहे. और जब वो उन्हें छोड़ गयीं तो उसके लिए भी वो खुद को जिम्मेदार कहते हैं क्योंकि उनका मानना है कि वे रिश्ते निभाने में अच्छे नहीं हैं.  

जब अनुराग से कहा गया कि जब आप हकीकत में रिश्तों को समझ और निभा नहीं पाते तो अपनी फिल्मों में उन्हें कैसे इतनी खूबसूरती से प्रस्तुत कर पाते हैं. तो उनका जवाब था कि जैसे सबको हंसाने वाला असल में अंदर से सबसे ज्यादा दुखी होता है उसी तरह शायद सबसे ज्यादा उलझा हुआ इंसान ही सारी उलझनों को सुलझा कर पर्दे पर दिखा सकता है. अपने मामले में तो वो ऐसा ही कुछ घटा मानते हैं. सबकी तरह वे भी अपने को एक अच्छाई बुराई से भरा इंसान मानते हैं लेकिन कल्कि का अपनी जिंदगी से जाना उनके लिए सबसे बड़ा नुकसान रहा है.

Hindi News from Bollywood News Desk

Bollywood News inextlive from Bollywood News Desk