- विजय चौक स्थित रेस्टोरेंट में सिलेंडर लीकेज से लगी आग

- फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर पाया काबू

GORAKHPUR: कोतवाली इलाके के विजय चौराहे स्थित रेस्टोरेंट में सोमवार दोपहर सिलेंडर से गैस लीकेज होने से पाइप में आग लग गई। देखते ही देखते आग रेस्टोरेंट की दोनों मंजिलों में फैल गई। लपटें उठती देख चौराहे पर अफरा-तफरी मच गई। सूचना पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंची और आग बुझाने में जुट गई। लेकिन जब तक आग पर काबू पाया जाता रेस्टोरेंट जल कर खाक हो चुका था। आग पर काबू पाने के लिए फायर बिग्रेड की चार गाडि़यों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। वहीं, सूचना पाकर एसपी सिटी विनय कुमार सिंह, मेयर सीता राम जायसवाल भी मौके पर पहुंच गए।

बाहर चाट बना रहा था कारीगर

शाहपुर एरिया के राप्तीनगर के गोविंद गुप्ता की अन्नपूर्णा स्वीट्स एवं रेस्टोरेंट नाम से विजय चौराहे पर दुकान है। सोमवार सुबह दुकान के बाहर स्टॉल लगाकर कारीगर चाट बना रहा था। इसी बीच सिलेंडर से लीकेज हो रही गैस से पाइप में आग लग गई। देखते ही देखते आग फैलती चली गई। ग्राउंड फ्लोर से लेकर ऊपर की मंजिल पूरी तरह धू-धू कर जलने लगी। रेस्टोरेंट में बैठे ग्राहकों और कर्मचारियों ने दुकान के पीछे के रास्ते से निकल कर किसी तरह खुद को बचाया। वहीं, रेस्टोरेंट से उठती आग की लपटों को देख चौराहे पर अफरा-तफरी मच गई। अगल-बगल के दुकानदार भी दुकान छोड़ कर बाहर निकल आए।

बैंक कर्मचारी भी भागे

दुकान में बगल में इंडियन ओवरसीज बैंक के कर्मचारी और ग्राहक भी बैंक से बाहर निकल लिए। आग लगने की सूचना पर फायर ब्रिगेड की एक-एक कर चार गाडि़यां मौके पर पहुंच गई। एसपी सिटी विनय कुमार सिंह, अग्निशमन अधिकारी, कोतवाल माधव प्रसाद द्विवेदी भी मौके पर पहुंच कर बचाव कार्य में जुट गए। लेकिन जब तक आग पर काबू पाया जाता रेस्टोरेंट पूरी तरह जलकर खाक हो चुका था। दुकान पर मौजूद गोविंद के छोटे भाई विवेक ने बताया कि गैस सिलेंडर के पाइप में लगी आग ने देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर लिया। जिससे खाने-पीने के सामान के साथ पूरा रेस्टोरेंट जल कर खाक हो गया।

लग गया भीषण जाम

वहीं, दोपहर करीब 12 बजे लगी इस आग की वजह से विजय चौक से लेकर बैंक रोड व गोलघर तक भीषण जाम लग गया। राहगीरों के अलावा तमाशा देखने वालों का तांता लग गया। इस कारण फायर बिग्रेड की गाडि़यों को भी मौके पर पहुंचने में वक्त लगा। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठियां भी पटकनी पड़ी।