दोस्त की शादी में हुआ था दीदार
15 मई 2007 का दिन नीरज को कभी न भूलेगा। मौका था उनके फ्रेंड के रिसेप्शन का, वहां उन्होंने पहली बार प्रिया को देखा और देखते रह गए। नीरज की मानें तो उस दिन प्रिया की सूरत देखने के बाद उनकी आंखों में उनकी ऐसी तस्वीर बसी कि 6 दिसंबर 2007 को उन्होंने उसे अपना हमसफर बना लिया। यूं तो साल में सभी दिन उनके लिए खास होते हैं, लेकिन नीरज और प्रिया की मानें तो करवाचौथ का दिन उनके लिए सबसे ज्यादा खास है। इस करवाचौथ के लिए नीरज ने न सिर्फ अपने हमसफर को साड़ी गिफ्ट देने की तैयारी की है बल्कि उनके लिए एक सरप्राइज भी प्लान कर रखा है।