5 की जगह हुई 50 यूनिट की डिमांड

सिटी में वैसे तो आधा दर्जन से अधिक ब्लडबैंक है। मगर सभी में प्लेटलेट्स सेपरेट करने की फैसिलिटी अवलेवल नहीं है। डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल, मेडिकल कॉलेज और गोरक्षनाथ हॉस्पिटल में ही प्लेटलेट्स है। एक माह पहले तक दोनों ब्लडबैैंक से सिर्फ 5 से 6 यूनिट प्लेटलेट्स की डिमांड थी। मगर अचानक डिमांड बढ़ कर अचानक लगभग 50 यूनिट पहुंच गई है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि डेंगू और वायरल का अटैक किस कदर है कि प्लेटलेट्स की डिमांड बढ़ती जा रही है।

प्लेटलेट्स काउंट कई बीमारियों में कम होता है। वैसे अक्सर ये डेंगू में कम होता है। प्लेटलेट्स काउंट कम होने पर लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। क्योंकि इसमें जान भी जा सकती है। प्लेटलेट्स काउंट डेंगू के अलावा कई डिजीज में कम होती है।

डॉ। सुधांशु शंकर, फिजीशियन

इन डिजीज में कम होती है प्लेटलेट्स

-डेंगू

-आईटीपी

-इंफेक्शन

-एंट्रो वायरस

-अदर वायरल

-ब्लड संबंधी पुरानी डिजीज में

-हार्ट पेशेंट (जिनकी ब्लड को लेकर दवा चल रही हो)