वहीं वेस्ट यूपी के जिलों में (मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर को छोडक़र) औसतन हर जिले में 100 वैकेंसी ही है। ऐसे में टीईटी क्लियर कर चुके वेस्ट यूपी के 70 परसेंट से अधिक कैंडिडेट्स को शिक्षक बनने के लिए ईस्ट यूपी का रुख करना पड़ेगा।

पहले ही उपेक्षा

बेशक, प्रदेश यूपी की सीएम ने प्रदेश को चार भागों में बांटने का प्रस्ताव लाकर वेस्ट यूपी के लोगों की आंखो में हरित प्रदेश का ख्वाब देखने का मौका दे दिया हो लेकिन शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया में तो भेदभाव हो रहा है। टीईटी में वेस्ट यूपी को दरकिनार कर घर में जॉब का सपना देख रहे वेस्ट यूपी के मेरीटोरियस कैंडिडेट्स की उम्मीदों को करारा झटका दिया है। 72 हजार पदों में से तकरीबन 50 हजार पद ईस्ट और सेंट्रल यूपी के जिलों में दे दिए गए हैं।

सपना टूटा

टीईटी क्लियर कर घर होम डिस्ट्रिक्ट में शिक्षक बनने का ख्वाब देख रहे वेस्ट यूपी के हजारों कैंडिडेट्स का सपना टूट गया है। वेस्ट यूपी के जिलों में शिक्षकों की वैकेंसी कम होने की वजह से कैंडिडेट्स को अब ईस्ट यूपी के जिलों की ओर रुख करना पड़ सकता है। ये ही नहीं सोर्सेज की माने तो टीचर्स की अधिकतर वैकेंसीज शहर में ना होकर दूरदराज के गांवों के स्कूल में है। ऐसे में वेस्ट यूपी के टीईटी क्लियर करने वाले कैंडिडेट्स के पास होम डिस्ट्रिक्ट छोडऩे के अलावा दूसरा कोई रास्ता नहीं है।

ईस्ट इज ओनली ऑप्शन 

वेस्ट यूपी की उपेक्षा का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मेरठ, बुलंदशहर, बागपत, आगरा, अलीगढ़, मथुरा, फिरोजाबाद आदि जिलों में सिर्फ 100-100 वैकेंसी ही दी गई है। बता दें कि इन जिलों से ही तकरीबन दो लाख अभ्यर्थियों ने टीईटी का एग्जाम दिया था। यही नहीं तकरीबन 80 हजार कैंडिडेट््स ने टीईटी के एग्जाम में क्वालिफाईंग माक्र्स भी पा लिए लेकिन वेस्ट के जिलों में बहुत कम वैकेंसीज से टीईटी क्वालिफाई करने वाले कैंडिडेट्स के चेहरे पर भी उदासी है। हालांकि मुजफ्फरनगर में सात सौ, सहारनपुर में एक हजार और मुरादाबाद में एक हजार वैकेंसी होने सेहाई मेरिट वाले कैंडिडेट्स को थोड़ी राहत जरुर होगी।

बहुत कठिन है डगर

प्राइमरी स्कूल्स में टीचिंग के लिए 72 हजार वैकेंसीज की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। इन 72 हजार वैकेंसीज के लिए तकरीबन दो लाख 70 हजार कैंडिडेट्स क्वालिफाई कर चुके हैं। वैकेंसीज के सापेक्ष लगभग चार गुना दावेदारों से जाहिर है कि लो मेरिट वाले कैंडिडेट्स की मुश्किलें बढ़ी हैैं। टीईटी क्वालिफाई कर चुके कैंडिडेट्स की नियुक्ति प्रक्रिया को लेकर उलझने अभी से बढऩे लगी हैं। बता दें कि 31 दिसंबर तक नियुक्ति प्रक्रिया पूरी होनी है।

डिस्ट्रिक्ट                  पद

लखीमपुर               6 हजार

सीतापुर                 6 हजार

गोंडा                   4 हजार

कुशीनगर               3600

हरदोई                  3000

शाहजहांपुर             2500

गाजीपुर                 2400

इलाहाबाद              2200

वेस्ट के डिस्ट्रिक्ट

मेरठ         -            100

बागपत       -            100

बुलंदशहर    -            100

आगरा      -            100

फिरोजाबाद   -           100

अलीगढ़      -           100

मथुरा         -           100

गौतमबुद्ध नगर      -       12

गाजियाबाद        -        12

मुजफ्फरनगर   -          700

मुरादाबाद      -         1000

सहारनपुर      -         1000

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