फोटो: 1:

स्वीकृत तीन बिजलीघरों में से एक ही बिजलीघर तैयार

11 ग्राम पंचायतों को निगम क्षेत्र में शामिल करने से पड़ा असर

ROORKEE:

शहर में स्वीकृत तीन बिजलीघरों में से एक ही बिजलीघर अभी तक तैयार हो पाया है जो मई माह में ही चालू हो पाएगा। जबकि दो में से एक बिजलीघर के लिए तो भूमि मिल गई हैं जबकि दूसरे के लिए भूमि की तलाश जारी है।

फ्फ् केवीए क्षमता के तीन बिजलीघरों के निर्माण का प्रस्ताव स्वीकृत

पिछले पांच साल के दौरान रुड़की शहर का तेजी से विस्तार हुआ हैं। नगर निगम क्षेत्र में ही क्क् ग्राम पंचायतों को नगर निगम क्षेत्र में शामिल कर दिया गया है। ऐसे में उपभोक्ताओं को बिजली कटौती की समस्या से निजात दिलाने के लिये ऊर्जा निगम की ओर से शहरी क्षेत्र में फ्फ् केवीए क्षमता के तीन बिजलीघरों के निर्माण का प्रस्ताव वर्ष ख्0क्ब् में भेज दिया था। शासन से इसे स्वीकृति भी मिल गई। इसके बाद निगम की ओर से रामनगर में तो बिजलीघर का निर्माण शुरु करा दिया लेकिन शहर के मध्यम में बिजलीघर के लिये उपयुक्त भूमि नहीं मिल पाई,

मई के पहले सप्ताह में बिजलीघर के चालू होने की उम्मीद

नगर निगम, उत्तर प्रदेश ¨सचाई विभाग, वन विभाग ने जमीन देने से हाथ खडे कर दिये। इसके बाद पनियाला रोड पर एक जल संस्थान की भूमि उपलब्ध हुई है। इस भूमि की पैमाइश हो चुकी हैं लेकिन इस भूमि के एवज में निगम का करीब क्ब् लाख रुपये देने हैं, इसके लिये बजट स्वीकृत हो गया हैं अब भूमि स्थानांतरण की प्रक्रिया शुरु होगी। वहीं तीसरे बिजलीघर के लिये तो भूमि ही नहीं मिल पा रही हैं यह बिजलीघर शहर के उत्तरी क्षेत्र में प्रस्तावित हैं। रामनगर में जो बिजलीघर बनकर तैयार हुआ हैं, उसकी टे¨स्टग चल रही है। मई के पहले सप्ताह में ही इस बिजलीघर के चालू होने की उम्मीद हैं।

प्रतिदिन पांच लाख यूनिट प्रतिदिन खर्च हो रही

वर्ष ख्0क्ख् तक रुड़की मंडल में तीन लाख यूनिट प्रतिदिन खर्च होती थी लेकिन वर्तमान में प्रतिदिन पांच लाख यूनिट प्रतिदिन खर्च हो रही हैं। रुड़की मंडल में अक्टूबर, नवंबर को छोड़कर शेष माह में बिजली की खपत ज्यादा होती है। अधिशासी अभियंता राजस्व दीपक सैनी ने बताया कि पिछले वर्ष अप्रैल माह में क्भ्फ् मिलियन यूनिट खर्च हुई थी। मई माह में क्7ख् एवं जून माहमें क्म्9 मिलियन यूनिट बिजली खर्च हुई है। पिछले साल देर से बरसात शुरु होने की वजह से जुलाई में सर्वाधिक क्78 मिलियन यूनिट बिजली खर्च हुई थी। हालांकि अब रुड़की में मांग के अनुरूप बिजली उपलब्ध हो जा रही है।

इन क्षेत्रों में लो वोल्टेज की समस्या

पूर्वावली, गणेशपुर, कृष्णानगर, राजेन्द्र नगर, आदर्शनगर, सोलानीपुरम, पुरानी तहसील, दुर्गा कालोनी, शिवाजी कालोनी, साउथ सिविल लाइंस, संजय गांधी कालोनी, रामनगर, सोत मोहल्ला, मच्हीग्रान, मच्छी मोहल्ला, गुलाबनगर आदि।

'शहर में पहले से संचालित बिजलीघरों पर लगी मशीनों की क्षमता को बढ़ाया जा रहा है। कुछ की क्षमता बढ़ा भी दी गई है। रामनगर का बिजलीघर जल्द चालू होने वाला है। इसके अलावा पनियाला रोड पर भी बिजलीघर का निर्माण जल्द शुरु हो जाएगा। तीसरे बिजलीघर के लिये भूमि की तलाश के प्रयास युद्ध स्तर पर जारी हैं। रुड़की में अब बिजली की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में बनी रहती हैं। बिजलीघरों के चालू होने से लो वोल्टेज आदि की समस्या भी समाप्त हो जाएगी'

एमएल प्रसाद, उप महाप्रबंधक रुड़की मंडल