- अकबरपुर के 18 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में लॉक, शाम 6 बजे तक हुआ 56.72 फीसदी मतदान

- बूथों पर मिस-मैनेजमेंट की वजह से बहुत से वोटर्स को करना पड़ा दिक्कतों का सामना

- कहीं ईवीएम खराब तो कहीं वोटर स्लिप नहीं, देर रात तक जमा होती रहीं ईवीएम

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KANPUR : थर्सडे को अकबरपुर लोकसभा सीट के लिए जमकर वोट पड़े। इसके साथ ही चुनावी मैदान में उतरे क्8 प्रत्याशियों की किस्मत भी लॉक हो गई। इनकी किस्मत का ताला अब क्म् मई को मतगणना के बाद खुलेगा। सुबह 7 बजे से ही पोलिंग सेंटर्स पर वोटर्स की लंबी लाइनें लगी रहीं। फ‌र्स्ट टाइम वोटर हो या सौ साल का मतदाता मतदान को लेकर सभी का जज्बा और जुनून देखने लायक था। एक ओर जहां मौसम के तल्ख मिजाज ने वोटर्स का उत्साह कुछ कम किया। वहीं प्रशासनिक अव्यवस्थाएं देखकर उन्हें और ज्यादा मायूसी हुई। सैकड़ों लोगों के नाम वोटर लिस्ट से गायब थे। कई को वोटर स्लिप नहीं मिली। कई को टाइम पर वोटर आईडी कार्ड नहीं पहुंच सका। ऐसे वोटर्स प्रशासनिक अव्यवस्थाओं को कोसते नजर आए।

अबकी क्फ् परसेंट का इजाफा

अकबरपुर लोकसभा सीट के लिए क्7,म्म्,778 वोटर्स ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। बिठूर, कल्याणपुर, महाराजपुर, घाटमपुर समेत रनिया विधानसभा के वोटर्स ने अपने पसंदीदा उम्मीदवार के नाम के सामने बटन दबाई। लास्ट इलेक्शन में जहां ब्फ्.म्क् परसेंट वोटिंग हुई। वहीं इस बार मतदान का आंकड़ा भ्म्.7ख् परसेंट पर पहुंच गया। पूरे पांच साल बाद पोलिंग परसेंटेज में करीब क्फ् परसेंट का इजाफा देखकर इलेक्शन ऑफिसर्स काफी खुश नजर आ रहे हैं। उनका कहना है कि इसका असर फ्0 अप्रैल को कानपुर नगर के चुनावों पर भी निश्चित तौर पर पड़ेगा। हालांकि क्फ् प्रतिशत की वृद्धि भी कम नहीं है पर सभी को उम्मीद म्0 प्रतिशत से ज्यादा की थी ।

देर शाम तक लगा रहा मेला

सुबह 7 बजे से मतदान का सिलसिला एक बार जो शुरू हुआ वो देर शाम तक लगातार चलता रहा। यूं तो वोटिंग का लास्ट टाइम शाम म् बजे का है, लेकिन जितने भी वोटर्स तयशुदा समय तक पोलिंग सेंटर्स के अंदर आ गए। उन सबको वोट डलवाया गया.वोट डालने को लेकर हर एज ग्रुप के वोटर्स में जबर्दस्त उत्साह देखने को मिला।

अव्यवस्थाओं का बोलबाला

चुनाव में अव्यवस्थाओं का जबर्दस्त बोलबाला रहा। वोटर स्लिप से लेकर खुद की आईडी प्रूव करने के लिए वोटर्स को जूझना पड़ा। इस चक्कर में वोटर्स की पोलिंग पार्टियों से नोकझोंक भी हुई। विकलांग व चलने-फिरने में बुजुर्ग मतदाताओं को भी पोलिंग सेंटर्स पर दिक्कतों का सामना करना पड़ा। ऐसे भी वोटर्स मिले जिनकी फैमिली में फ्-ब् लोगों के नाम ही वोटर लिस्ट से उड़ा दिए गए।

ईवीएम ने भी दिया धोखा

चाक-चौबंद मतदान प्रक्रिया का दावा चुनाव शुरू होते ही ध्वस्त हो गया। महज क्भ् मिनट बाद ही ईवीएम मशीनों ने धोखा देना शुरू कर दिया। फिर चाहे वो देहात का कोई क्षेत्र हो। या फिर आईआईटी कानपुर का हाईटेक कैम्पस चंद वोट पड़ने के बाद ही ईवीएम ने जवाब दिया। हालांकि, क्विक एक्शन लेते हुए मौके पर ही मशीनों की गड़बडि़यों को दूर कर दिया गया।

देर रात तक जमा हुईं मशीनें

प्रक्रिया सम्पन्न करवाने के बाद पोलिंग पार्टियां गल्ला मंडी नौबस्ता की तरफ रवाना हो गईं। मशीनों को पहले जमा करने के चक्कर में पोलिंग पार्टियों के बीच नोकझोंक भी हुई। यह जानकारी मिलते ही डीएम डॉ। रोशन जैकब व एसएसपी अजय कुमार मिश्रा समेत अन्य ऑफिसर्स मौके पर पहुंच गए। घटना के बाद मौके पर सुरक्षा-व्यवस्था और ज्यादा बढ़ा दी गई। देर रात तक ईवीएम जमा किये जाने का सिलसिला जारी रहा। ईवीएम जमा होने के बाद ही पोलिंग पार्टियों को रिलीव किया गया।

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बॉक्स- आवश्यक

पोलिंग परसेंटेज में हो सकता है बदलाव

डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिस के अनुसार ख्ब् अप्रैल को शाम म् बजे तक अकबरपुर में कुल भ्म्.7ख् परसेंट मतदान हुआ। खबर लिखे जाने तक ऑफिसर्स भ्9 परसेंट मतदान होने का दावा करते रहे। हालांकि, ऑफिसर्स का कहना है कि ईवीएम जमा होने के बाद पोलिंग परसेंटेज का फाइनल स्टेटस ख्भ् अप्रैल को ही बताया जाना संभव है।

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अकबरपुर लोकसभा सीट के लिए शांतिपूर्ण मतदान संपन्न होने पर सभी जिला प्रशासन व पुलिस अधिकारी, प्रभारी व कार्मिक बधाई के पात्र हैं। अब हम कानपुर लोकसभा सीट के मतदान की तैयारी में जुट गए हैं।

-डॉ। रोशन जैकब, डीएम कानपुर