फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में सुबह से धीमी रही वोटिंग की चाल

ALLAHABAD: पब्लिक ने फूलपुर उपचुनाव को लेकर उत्साह नहीं दिखाया। मतदान केंद्र सुबह से दोपहर तक लगभग खाली पड़े रहे। अजगर की चाल से वोटिंग परसेंटेज बढ़ता रहा। लोगों ने मतदान केंद्र तक जाना जरूरी नहीं समझा। फाफामऊ, फूलपुर, सोरांव, शहर उत्तरी व पश्चिमी विधानसभा का रहा। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट रिपोर्टर्स ने प्रत्येक विधानसभा में जाकर मौके पर जायजा लिया। आप भी जानिए कि क्या रहा यहां के बूथों का मौजूदा हालात

फाफामऊ

वोटिंग परसेंटेज: 43 परसेंट

धूप में कौन निकलेगा वोट डालने

स्थान: प्राथमिक विद्यालय थरवई

समय: दोपहर 1:30 बजे

इस मतदान केंद्र के चारों बूथ पर 30 से 35 फीसदी तक वोटिंग हो चुकी थी। जब रिपोर्टर पहुंचा तो लाइन में लगे लोगों से सुरक्षा बलों की बहस चल रही थी। वह बिना लाइन अंदर जाना चाह रहे थे तो कुछ के पास जरूरी पहचान पत्र मौजूद नही था। ऐसे में उनको अंदर जाने से रोका जा रहा था। रिपोर्टर्स को देखकर सभी पुलिस के जवान मुस्तैद हो गए। उन्होंने बताया कि सुबह पांच मिनट के लिए ईवीएम खराब हो गई थी, लेकिन तत्काल चालू करवा दिया गया। जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेट यहां का चक्कर मार चुके हैं। गांव के बाबूलाल ने बताया कि धूप बहुत ज्यादा है। तीन से पांच बजे के बीच काफी लोग वोट डालने आ सकते हैं।

गेहूं काटें कि वोट डालने आएं

स्थान: प्राथमिक विद्यालय रंगपूरा

समय: दोपहर 1:55

इस मतदान केंद्र पर जरा भी चहल-पहल नही थी। गिनती के एक या दो लोग वोट देने आए थे। पुलिस और तमाम स्टाफ धूप से बचने के लिए छांव में बैठे थे। पता चला कि यहां दो बूथ हैं और सुबह से 25 फीसदी वोट ही पड़ सके हैं। पिछले आधे घंटे से सन्नाटा पसरा हुआ है। पुलिस के जवानों ने बताया कि कोई अप्रिय घटना नही हुई है। मौके पर गांव के ही संजय यादव से बातचीत की गई। उन्होंने बताया कि इस समय गांव में गेहूं की कटाई हो रही है। किसान उसमें व्यस्त हैं। इसलिए उन्होंने वोटिंग में दिलचस्पी नही दिखाई है। वैसे भी उपचुनाव को लेकर पब्लिक में उत्साह पहले जैसा नहीं है।

लाइन ही नहीं लगी तो दिक्कत कैसी

स्थान: पूर्व माध्यमिक विद्यालय बालिका

समय: दोपहर 2:10 बजे

एक भी व्यक्ति बूथ के अंदर नहीं दिखा। पुलिस और एजेंट केवल समय काट रहे थे। अप्रिय घटना के बारे में पूछताछ में बताया कि सुबह से एक भी बार लाइन नहीं लगी है। अगर लाइन लगती तो लड़ाई-झगड़ा हो सकता था। यह सुनकर सब हंसने लगे। पता चला कि यहां कुल तीन बूथ में 2500 वोटर हैं और इनमें से अब तक 15 फीसदी वोट ही पड़े हैं। उम्मीद है कि शाम चार और पांच के बीच वोटिंग परसेंटेज बढ़ सकता है।

---------------

सोरांव में अंतिम घंटों में पकड़ी रफ्तार

वोटिंग परसेंट: 45 परसेंट

स्थान: पूर्व प्राथमिक कन्या विद्यालय सोरांव

समय: दोपहर 2:30 बजे

आमतौर पर पुलिस को चुनाव के दौरान आराम नहीं मिलता। लेकिन यहां का सीन अलग था। रिपोर्टर ने देखा कि सभी पुलिसकर्मी आराम से बैठे हैं। पता चला कि वोटिंग काफी स्लो है। सुबह एक या दो बार ही लाइन लगने की सूचना यहां पर मिली। जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेट आए थे, लेकिन शांति देखकर अधिक देर नहीं रुके। बताया गया कि बमुश्किल 30 फीसदी वोट ही पड़ सके हैं। शाम तक भीड़ बढ़ने की सूरत में वोटिंग परसेंटेज भी बढ़ने की उम्मीद लगाई जा रही थी।

स्थान: प्राथमिक विद्यालय प्रथम सोरांव

समय: दोपहर 2:45 बजे

यहां भी कमोबेश यही हाल था। गांव के लोगों ने बताया कि मजा तो प्रधानी के चुनाव में आता है। उपचुनाव का कोई क्रेज नहीं होता है। ऊपर से धूप इतनी ज्यादा है। गांव में गेहूं की कटाई हो रही है। लोगों के पास अन्य काम भी हैं। यही कारण है कि अधिकतर लोग वोट डालने नहीं आए। मतदानकर्मियों ने बताया कि शाम तक चालीस फीसदी वोटिंग हो जाए तो बड़ी बात है। क्योंकि लोगों के आने की गिनती काफी कम है। दोपहर में एक दो लोग ही वोट देने आए।

----------

फिर फिसड्डी रहा शहर उत्तरी

वोटिंग परसेंट: 21.65

-वोटर्स को घर से निकालने के सभी कवायद धरी रह गई

ऋषिकुल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, म्योर रोड

म्योर रोड पर स्थित ऋषिकुल उच्चतर माध्यमिक स्कूल में वोटिंग के लिए तीन बूथ बनाए गए थे। यहां पर मतदानकर्मी वोटर्स का इंतजार करते नजर आए। ज्यादातर वोटर स्कूल तो पहुंचे, लेकिन उनका नाम वोटिंग लिस्ट से गायब मिला। दोपहर 12 बजे तक स्कूल में तीनों बूथ मिलाकर महज 3 प्रतिशत वोटिंग हो पायी थी।

ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज, सिविल लाइंस

इस मतदान केन्द्र पर हर तरफ सन्नाटा पसरा था। पोलिंग बूथ पर बीएलओ के अलावा पूरे स्कूल में सन्नाटा ही पसरा रहा। जबकि इसी स्कूल में सुबह डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य व दोपहर में सूबे के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह भी वोट डालने के लिए पहुंचे थे। वोटिंग के दौरान ज्यादातर समय बूथ खाली ही दिखा।

ब्वॉयज हाई स्कूल, पीडी टंडन रोड

ब्वायज हाई स्कूल में वोटिंग के लिए कुल छह बूथ बनाए गए थे। शाम पांच बजे मतदान समाप्त होने के बाद बूथ पर पोलिंग का प्रतिशत 20 रहा। इस दौरान यहां पर दोपहर में सन्नाटा ही पसरा रहा। पोलिंग के अधिकारियों ने बताया कि वोटर्स के आने की संख्या बूथों पर बेहद कम रही।

-----------------

शाम तक लगी रही लाइन

फूलपुर

वोटिंग परसेंटेज: 46.32

ALLAHABAD: फूलपुर विधानसभा के मतदान केन्द्रों पर उसके एक घंटे बाद मतदाताओं की गहमागहमी तेज होती गई। विधानसभा के मतदान केन्द्रों पर खास बात यह देखने को मिली। बीएलओ के अलावा वहां पर तैनात पैरा मिलिट्री फोर्स के जवान भी बूथ पर मतदाताओं की संख्या व कितने बजे तक कितना वोट पड़ा उसका पूरा रिकार्ड अपनी डायरी में दर्ज करते रहे।

1-प्राथमिक विद्यालय कटका, बहादुरपुर

बहादुर ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय कटका में तीन बूथ बनाए गए थे। बूथ संख्या 257 में 1158 मतदाता, बूथ संख्या 258 में 1153 व बूथ संख्या 259 में एक हजार मतदाताओं को वोटिंग करना था। यहां मतदान केन्द्र के बाहर महिलाओं व बुजुर्ग पर्ची ले रहे थे तो दोपहर बारह बजे बूथ संख्या 257 पर महिलाओं की कतार लगी हुई थी। अन्य दो बूथों पर इक्का दुक्का मतदाता पहुंचे थे। दोपहर 12.30 बजे तक मतदान केन्द्र पर कुल 3311 मतदाताओं में से 735 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर चुके थे।

2- प्राथमिक विद्यालय ईसीपुर

इस मतदान केन्द्र पर बूथ संख्या 232, 233 व 234 पर कुल मिलाकर मतदाताओं की संख्या 3542 थी लेकिन यहां पर सबसे ज्यादा बुजुर्ग मतदाता मतदान करने के लिए पहुंचे। यहां 90 वर्षीय बुजुर्ग बचई लाल यादव अपने पोते राम किशन के साथ पहुंचे तो मतदान के लिए पहले से ही बूथ संख्या 232 पर आधा दर्जन बुजुर्ग लाठियों के सहारे धूप में खड़े थे। दोपहर सवा एक बजे तक तीनों बूथ पर कुल 3542 मतदाताओं में से 906 मतदाता अपने मत का प्रयोग कर चुके थे।

3- प्राथमिक विद्यालय कसेरुआ कला

इस मतदान केन्द्र के बूथ संख्या 203 पर दोपहर बारह बजे पांच मिनट के लिए ईवीएम मशीन खराब हो गई थी लेकिन मौके पर मौजूद अधिकारियों ने उसे ठीक कर दिया। यहां पर बूथ संख्या 203 व 204 में कुल 1843 मतदाता थे। दोनों बूथों पर दोपहर ढ़ाई बजे युवाओं व महिलाओं की कतार लगी हुई थी। पैरा मिलिट्री फोर्स के जवान बूथ में जाकर वोट प्रतिशत ले रहे थे। उस समय तक कुल 1843 मतदाताओं में से नौ सौ ने अपना मत डाल दिया था।

एक बूथ पर दो घंटे बाधित रहा मतदान

फूलपुर विधानसभा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय परवेजाबाद के बूथ संख्या 144 पर ईवीएम खराब होने की वजह से दो घंटे तक मतदान बाधित रहा। दोपहर बारह बजे तकनीकी खराबी से ईवीएम ने काम करना बंद कर दिया था तो लाइन में लगे मतदाता बिना वोट दिए वापस लौटने लगे। उस समय तक बूथ पर कुल 762 में से 287 मतदाताओं ने मतदान किया था। सेक्टर मजिस्ट्रेट विनोद कुमार द्वारा मशीन की खराबी की जानकारी आला अधिकारियों को दी गई। लेकिन दूसरी मशीन आने में दोपहर दो बज गया।

-------------

शहर पश्चिमी में टुकड़ों में दिखा उत्साह

वोटिंग परसेंट: 31 परसेंट

ALLAHABAD: लोकसभा की एक सीट के लिए उपचुनाव था और छुट्टी का दिन भी था। ऐसे में लोगों का मूड भी उपचुनाव के दिन छुट्टी वाला ही नजर आया। शहर पश्चिमी के मतदाताओं को अमूमन बढ़-चढ़कर मतदान करने के लिए जाना जाता है। लेकिन फूलपुर लोकसभा की पांच विधानसभा सीटों में सबसे कम वोटिंग प्रतिशत के मामले में शहर पश्चिमी के मतदाता दूसरे नम्बर पर रहे।

लवकुश इंटर कॉलेज हिम्मतगंज

सुबह 11 बजे तक का हाल यह रहा कि पोलिंग सेंटर पर सन्नाटा छाया रहा। मतदान के लिए छिटपुट मतदाता ही पहुंचे। पोलिंग सेंटर के बाहर लगे मतदाता सूची के स्टॉल पर जमा भीड़ लोगों से मताधिकार के इस्तेमाल की अपील करती नजर आयी।

दौलत हुसैन मुस्लिम इंडियन इंटर कॉलेज गुडि़या तालाब

दोपहर सवा बारह बजे तक 17 फीसदी ही मतदान हो सका था। हालांकि, दोपहर बाद कुछ भीड़ बढ़ी और जैसे तैसे दोपहर समाप्त होते होते मतदान 25 फीसदी तक पहुंच सका। यहां पुरुषों के साथ महिलाओं की संख्या भी मतदान के लिए बराबर से पहुंचती दिखी।

अग्रसेन इंटरमीडिएट कॉलेज लूकरगंज

चूंकि, यह पॉश इलाके से जुड़ा मतदान केन्द्र था। ऐसे में यहां मतदान केन्द्र के अंदर और बाहर ज्यादा हलचल नहीं देखने को मिली। मतदाता चुपचाप वोट डालकर आते जाते दिखे। यहां लूकरगंज पुलिस चौकी निवासी 88 वर्षीय गोदावरी देवी भी अपने परिवार के साथ मतदान के लिए पहुंची तो केन्द्र व्यवस्थापकों ने उन्हें तुरंत व्हील चेयर मुहैया करवाया।

हमीदिया ग‌र्ल्स डिग्री कॉलेज नुरुल्ला रोड

यह सेंटर मुस्लिम बाहुल इलाकों का था। जहां सुबह 11 बजे के बाद अच्छी खासी संख्या में लोग मतदान के लिए पहुंचते नजर आये। दोपहर होते होते मतदाताओं की संख्या बढ़ती ही नजर आयी। शाम पांच बजे तक मतदान केन्द्र पर मतदाताओं की लम्बी लाइन देखने को मिली।

बाक्स

वैसे तो आम चुनावों में पूरे शहर में वोटिंग होती है। लेकिन एक लोकसभा का चुनाव होने के कारण शहर पश्चिमी में शामिल कई इलाके ऐसे रहे जो लोकसभा क्षेत्र से बाहर थे और वहां पोलिंग बूथ भी नहीं बनाया गया था। ऐसे में लोग एक दूसरे से इलाहाबादी अंदाज में पूछते नजर आए तुम्हार इलाके में वोट पड़ रहा है कि नय, जिनका जवाब न में था। उन्हें भले ही मत डालने का अधिकार नहीं था। लेकिन ऐसे लोगों की भी पूरी मंडली मतदान और प्रत्याशियों की जीत हार का जायजा लेती नजर आयी।

कॉलिंग, फोटो है

सभी को मतदान जरूर करना चाहिए। मैं 88 वर्षीय महिला हूं, शिक्षित हूं इसलिए लोकतंत्र के इस पर्व का महत्व अच्छे से समझती हूं।

-गोदावरी देवी

मैं अपनी मां और छोटे भाई की वाइफ के साथ वोट डालने आया हूं। मेरे विचार से वोट डालने वालों को चाहिए कि वे अपने पूरे परिवार के साथ इसके लिए पहुंचे। इससे आलसी प्रवृत्ति पर रोक लगेगी।

-ज्योति प्रकाश

बहुत अच्छा अनुभव रहा। मतदान केन्द्र पर कोई दिक्कत नहीं हुई। पुलिस और सुरक्षा बलों के तेवर भी सख्त दिखे। हमारे सेंटर पर बहुत अच्छे ढंग से मतदान हो रहा है।

-भूमिका

मैं अपने बच्चे के साथ आया हूं। जिससे अभी से उसे मतदान और उसके महत्व के बारे में पता चल सके। छोटे बच्चों को भी उनके पैरेंट्स के साथ भेजना चाहिये।

-आशीष

मैं मतदान केन्द्र पर पोलिंग एजेंट हूं। मुझे तो अपने मतदान केन्द्र के अलावा जहां से भी सूचना प्राप्त हो रही है। यही पता चल रहा है कि हर तरफ सन्नाटा ही है। यह स्थिति अच्छी नहीं है।

-अनुज अग्रवाल

------------------