-चांडिल डैम का जलस्तर ढाई मीटर व डिमना डैम का स्तर ढाई फीट नीचे

-चांडिल डैम से प्रत्येक सेकेंड 15 हजार लीटर पानी छोड़ा रहा है

JAMSHEDPUR: झमाझम बारिश का सभी को इंतजार है। मौसम विभाग के आंकड़ा के अनुसार आठ जुलाई तक औसतन दस फीसद बारिश कम हुई। बारिश कम होने का असर सीधे तौर पर चांडिल डैम व डिमना डैम पर दिखने लगा है। डिमना डैम का जल स्तर पिछले कुछ वर्षो की तुलना में ढाई फीट और चांडिल डैम का जल स्तर दो मीटर नीचे है। यह आंकड़ा खतरे की घंटी को बयां कर रही है। चांडिल डैम से प्रत्येक सेकेंड क्भ् हजार लीटर पानी छोड़ा रहा है। स्वर्णरेखा नदी में दस हजार लीटर और नहर में पांच हजार लीटर छोड़ा जा रहा है। नदी के पानी का उपयोग टाटा स्टील, आधुनिक, उषा मार्टिन समेत कई कंपनियां करती है इसके अलावा जमशेदपुर के टाटा कमांड एरिया, मानगो जलापूर्ति योजना व मोहरदा जलापूर्ति योजना के लिए पानी लिया जाता है।

अच्छी बारिश की संभावना

आठ जुलाई को चांडिल डैम का जलस्तर क्7भ्.9 मीटर है। जो पिछले वर्ष की तुलना में करीब ढाई मीटर कम। वहीं डिमना लेक का जलस्तर भ्क्7.ब्0 फीट है जबकि आठ जुलाई वर्ष ख्0क्ब् को भ्ख्0.भ्क् फीट और वर्ष ख्0क्भ् को भ्ख्0.70 फीट था। डिमना लेक के पानी का उपयोग टाटा स्टील की ओर से जरूरत के हिसाब से किया जाता है। मौसम विभाग ने अच्छे बारिश की संभावना व्यक्त की है। मौसम विभाग के आंकड़ा के अनुसार पूर्वी सिंहभूम जिले में एक जून से आठ जुलाई तक ख्म्भ्.8 मिमी हुए हैं जबकि सामान्य तौर पर ख्9ब्.ख् मिमी होना चाहिए। यानि औसत से दस फीसद बारिश कम हुई है। आनेवाले दिनों में अच्छी बारिश नहीं होती है तो किसान को दिक्कत तो होगी ही सबसे अधिक चिंता पीने के पानी को लेकर होगी। बारिश नहीं होने की वजह से जहां चांडिल डैम व डिमना डैम का जलस्तर काफी नीचे पहुंच गए है वहीं दूसरी ओर कई इलाकों के चापाकल भी बेकार हो गए है। कई इलाकों का जलस्तर काफी नीचे चल गया है। सभी को झमाझम बारिश का इंतजार है।