- छठ पूजा के चलते नहीं मिल रहे हैं डिलेवरी मैन, गैस एजेंसीज के अधिकतर डिलेवरी मैन हैं छुट्टी पर

- गैस सिलेंडर लेने के लिए लोग खुद पहुंच रहे है गैस एजेंसी पर

- होटल्स, रेस्टोरेंट्स व मजदूर मंडी में वर्कर्स का है टोटा

VARANASI:

Case - 1

दशाश्वमेध एरिया के विशाल यादव ने एक सप्ताह पहले गैस बुकिंग कराई थी। रविवार को गैस सिलेंडर की गैस जवाब दे गई। वे गैस सिलेंडर के लिए जब एजेंसी पर पहुंचे तो पता चला कि डिलेवरी मैन छुट्टी पर है। जो कि छठ पूजा बाद वापस लौटेगा। इसके बाद विशाल को मजबूरी में सिलेंडर अपनी बाइक पर लादकर ले जाना पड़ा।

Case - 2

इंग्लिशिया लाइन के राहुल सेठ की प्रॉब्लम भी कुछ सेम है। उनके यहां बीते शनिवार गैस सिलेंडर खत्म हो गया था। जिसके बाद वह दूसरे सिलेंडर के लिए जब गैस एजेंसी पहुंचे तो पता चला कि ट्रॉली मैन छुट्टी पर है जो कि छठ पूजा के बाद ही ड्यूटी पर लौटेगा।

ये दो केसेज तो महज बानगी भर हैं। शहर में ऐसे कितने ही गैस कंज्यूमर्स हैं जिनके यहां इन दिनों गैस सिलेंडर खत्म होने पर नेक्स्ट गैस सिलेंडर की डिलेवरी नहीं पहुंच पा रही है। फेस्टिवल के चलते ट्रॉलीमेन छुट्टी पर हैं। इसके चलते लोगों के किचन का मैनेजमेंट डगमगा गया है। दीपावली व छठ पूजा की छुट्टी लेकर ज्यादातर ट्रॉलीमेन अपने होम डिस्ट्रिक्ट गए हुए हैं। जिसके कारण एजेंसी संचालकों के लिए गैस की डिलेवरी करना आसान नहीं है।

खुद ले जाते हैं सिलेंडर

गैस सिलेंडर के बिना एक टाइम भी गुजारा होना मुश्किल है। घर पर गैस सिलेंडर की डिलेवरी नहीं मिलने के कारण गैस कंज्यूमर्स एजेंसी से खुद ही गैस सिलेंडर लेकर लौट रहे हैं। ये लोग अपने मेन वर्क से टाइम निकालकर गैस एजेंसी का चक्कर लगा रहे हैं। वहीं एजेंसी संचालकों के भी कई काम पेडिंग पड़ गये हैं।

होटल्स-रेस्टोरेंट्स से गायब वर्कर्स

सिटी के अधिकतर होटल, लॉज, रेस्टोरेंट में बिहार, झारखंड आदि स्टेट्स के वर्कर्स काम करते हैं। इनमें से ज्यादातर वर्कर्स दीवाली के पहले से छुट्टी लेकर अपने घर लौट गए हैं। वे अब छठ पूजा बीतने के बाद ही अपने काम पर वापस लौटेंगे। जिसके कारण बनारस में अभी आने वाले कुछ दिनों में वर्कर्स का टोटा रहेगा।

मंडी में नहीं दिख रहे मजदूर

दीवाली के बाद से मंडी में भी मजदूरों की संख्या भी बहुत कम हो गई है। इसके पीछे एक कारण यह भी है कि इस टाइम धान की फसल खेतों में पककर तैयार हो गई है। जिसे छठ पूजा के बाद से ही काटना शुरू कर दिया जाता है। बनारस में मजदूरी के लिए आए झारखंड-बिहार के मजदूर वापस अपने होम डिस्ट्रिक्ट़्स लौट गए हैं। जो धान की खेती बारी निबटाकर ही आएंगे।

छठ पूजा पर तो अधिकतर वर्कर्स छुट्टी पर चले जाते हैं। जिससे गैस डिलेवरी में थोड़ी परेशानी होती है।

मनीष चौबे,

प्रवक्ता, वाराणसी एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन