-पिछले तीन वर्षो में पांच गुनी हुई सब्सिडी

-सब्सिडी पाने को फिर भेजने लगे रिक्वेस्ट

आगरा। पिछले छह महीनों में रसोई गैस सिलेंडर के दाम लगातार बढ़ने के कारण उपभोक्ता छोड़ी हुई गैस सब्सिडी फिर से लेने लगे हैं। ऐसे उपभोक्ताओं ने सब्सिडी लेने को फिर से रिक्वेस्ट भेजी है। बता दें कि पिछले छह महीने से लगातार रसोई गैस सिलेंडर के दामों में इजाफा हो रहा है। लगातार बढ़ रहे रसोई गैस सिलेंडर के दामों ने आम आदमी की कमर तोड़ के रख दी है। मई 2018 में जहां गैस सिलेंडर के लिए लोगों को तकरीबन 702 रुपये चुकाने पड़ रहे थे, मौजूदा समय में 951 रुपये से ज्यादा देने पड़ रहे हैं। हालांकि इसमें सब्सिडी भी मिलती हैं, लेकिन पहले पूरी कीमत चुकानी पड़ती है।

12 दिनों में आए दो सौ से ज्यादा लोग

एक नवंबर 2018 से रसोई गैस सिलेंडर महंगा होने के बाद सिर्फ एक कंपनी में पिछले 12 दिनों में एलपीजी गैस सिलेंडर की सब्सिडी के लिए 200 लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। इससे मामले की गंभीरता को समझा जा सकता है। आईओसी के वरिष्ठ अधिकारियों की मानें तो इनकी संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी होती जा रही है। गैस एजेंसियों पर भी लोग अपनी सब्सिडी पाने को पहुंच रहे हैं। बता दें कि गिव-इट-अप इंडिया योजना के तहत पहले ऐसे उपभोक्ताओं की संख्या अच्छी खासी थी, जिन्होंने सब्सिडी छोड़ी थी। अब वे फिर से सब्सिडी पाने को गुहार लगाते दिख रहे हैं।

पिछले तीन वर्ष में पांच गुना बढ़ी सब्सिडी

पिछले तीन वर्षो में एलपीजी गैस सिलेंडर की सब्सिडी में पांच गुना इजाफा हुआ है। तीन वर्ष पहले गैस सब्सिडी के 80 रुपये थे, जो मौजूदा समय में 448 रुपये तक पहुंच गई है। सब्सिडी में इजाफा होने से गिव इट-अप योजना के तहत सब्सिडी छोड़ने वाले उपभोक्ता भी अब दोबारा सब्सिडी लेने को लालायित होने लगे हैं। उन्होंने दोबारा सब्सिडी पाने को रिक्वेस्ट भेजने का काम शुरू कर दिया है।

पहले जितने का सिलेंडर था, अब उतनी सब्सिडी

तीन वर्ष पहले लगभग जितने का गैस सिलेंडर मिलता था। आज इतनी सब्सिडी प्राप्त हो रही है। इसके चलते हर कोई सब्सिडी लेना चाहता है। एलपीजी गैस सिलेंडर उपभोक्ता वर्ष भर में 12 गैस सिलेंडर ही ले सकता है। कुछ महीने पहले उपभोक्ता को 373 रुपये की गैस सब्सिडी मिलती थी। मौजूदा समय में 448 रुपये पर पहुंच चुकी है। उपभोक्ता को पहले तो पूरा मूल्य चुकाना पड़ता है। बाद में सब्सिडी उसके अकाउंट में पहुंचती है। इसका कोई समय निर्धारित नहीं है। जून 2018 में 749 रुपये का सिलेंडर था, उससे पहले मई में 701 रुपये का था। जुलाई में बढ़कर 807 का हो गया। अगस्त 2018 में गैस सिलेंडर के दाम 843 रुपये का हो गया।

पिछले तीन महीने में ऐसे बढ़े दाम

सितम्बर 873 रुपये

अक्टूबर 891 रुपये

नवंबर 951 रुपये से ज्यादा

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गैस कंपनी का नाम कुल गैस एजेंसी कुल उपभोक्ता सब्सिडी लेने वाले सब्सिडी छोड़ने वाले

इंडियन ऑयल कॉरर्पोरेशन 56 पांच लाख 69 हजार 87 5,42181 26,906

हिन्दुस्तान पेट्रोलियम 16 एक लाख 56 हजार 511 3,54,660 18,770

भारत पेट्रोलियम 14 एक लाख 25 हजार 55 95 फीसदी पांच फीसदी

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कुल 86 आठ लाख 50 हजार 653

एलपीजी रसोई गैस से जुड़े कुछ तथ्य

-हाउस होल्ड सर्वे के अनुसार जिले में आठ लाख से ज्यादा घरों में रसोई गैस का इस्तेमाल किया जाता है।

- जिले में तीन कंपनियों की 86 रसोई गैस एजेंसियां हैं।

- जिले में तीनों कंपनियों के 8,50,663 उपभोक्ता हैं।

- आगरा क्षेत्रीय कार्यालय से आठ जिले देखे जाते हैं।

फोटो वर्जन

रसोई गैस सिलेंडर पहले की अपेक्षा मंहगा हो गया है। जिन उपभोक्ताओं ने सब्सिडी छोड़ी थी। वे अब फिर से सब्सिडी लेने को रिक्वेस्ट भेजने लगे हैं।

आरके माथुर, रीजनल मैनेजर आईओसी

फोटो वर्जन

रसोई गैस सिलेंडर के दाम लगातार बढ़ रहे हैं, ऐसे में उपभोक्ता सब्सिडी के लालच में ब्लैक करने लगे हैं।

विपुल पुरोहित, सचिव ऑल इंडिया इंडेन डिस्ट्रीब्यूटर एसोसिएशन