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छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: लौहनगरी में एलपीजी की अवैध री-फिलिंग का धंधा जोर-शोर से चल रहा है। यहां घरेलू एलपीजी सिलेंडरों से छोटे सिलेंडरों में गैस भरा जा रहा है। प्रशासन की लापरवाही के चलते शहर में जगह-जगह दुकान खोलकर अवैध तरीके से री-फिलिंग की जा रही है। इस दौरान गैस रिसाव होने से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। बता दें कि री-फिलिंग का कारोबार शहर के मार्केट में किया जा रहा है। अगर किसी दिन कोई हादसा हो गया तो कई दुकानदार प्रभावित हो सकते हैं। गोलमुरी फायर स्टेशन के इंस्पेक्टर गोपाल कुमार यादव ने बताया कि एलपीजी का कारोबार अवैध है। प्रशासन की लापरवाही की वजह से इस तरह की दुकानों का कारोबार फल-फूल रहा है।

80-100 रुपये किलो

शहर में छोटे सिलेंडर में गैस की री-फिलिंग के लिए घरेलू एलपीजी सिलेंडरों की ब्लैक में खरीद फरोख्त की जाती है। गैस एजेंसी और सिलेंडरों बांटने वालों से सेटिंग कर 722 रुपए का सिलेंडर 800 में रुपये में खरीदा जाता है। इसके बाद छोटे सिलेंडरों में गैस की री-फिलिंग 80 से 100 रुपये किलो में की जाती है। इससे दुकानदारों को मोटी कमाई हो रही है। घरेलू सिलेंडर ब्लैक करने की वजह से सरकार को करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है। दुकानदार बिना अग्निशमन यंत्र के ही गैस की री-फिलिंग कर रहे हैं। दुकानों से ही एलपीजी चालित वाहनों में भी एलपीजी भरा जा रहा है। सरकार ने अवैध गैस की री-फिलिंग रोकने के लिए 5 केजी का गैस सिलेंडर भी एजेंसी में वितरण के लिए दिया गया है, लेकिन इसके बाद भी अवैध री-फिलिंग जारी है।

हादसे को दे रहे दावत

शहर के घने बाजारों में रिफिलिंग का कारोबार कर रहे दुकानदार पैसा कमाने के चक्कर अपनी जान के साथ दूसरे के जान के दुश्मन बने हुए हैं। घने बजारों में चल रहे एलपीजी की री-फिलिंग कारोबार में कभी भी आग लग सकती है, लेकिन इस बात से विक्रेता पूरी तरह से अंजान बने हुए है। अगर हादसा हुआ तो दुकान के साथ ही बेकसूर लोग भी जान गवां सकते हैं। शहर में संचालित हो रही दुकानों में किसी में भी आग बुझाने के पर्याप्त इंतजाम भी नहीं है। जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।

शहर में अवैध रूप से छोटे गैस सिलेंडरों में की जा रही री-फिलिंग अवैध है। री-फिलिंग के दौरान गैस का रिसाव होने से कभी भी आग लग सकती है। इससे शहर में जान-माल का भी नुकसान हो सकता है। प्रशासन को चाहिए कि जरूरी कदम उठाकर इस कारोबार में लगाम लगाए।

-गोपाल कुमार यादव, प्रभारी निरीक्षक, गोलमुरी फायर स्टेशन

शहर में एलपीजी की अवैध री-फिलिंग की जानकारी नहीं है। अगर शहर में सब्सिडी वाले सिलेंडरों से छोटे सिलेंडरों में री-फिलिंग की जा रही है, तो यह अवैध है। इसकी जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।

-माधवी मिश्रा, एसडीओ, धालभूमगढ़