- एलयू ने अपने सभी हॉस्टल के 225 कर्मचारियों का किया तबादला

- नाराज कर्मचारियों ने तबादलों को बताया चीफ प्रोवेस्ट की साजिश

LUCKNOW :

एलयू ने अपने सभी हॉस्टल्स के 225 से अधिक कर्मचारियों का एक साथ ट्रांसफर कर दिया है। इन कर्मचारियों को एक हॉस्टल से दूसरे हॉस्टल भेजा गया है। प्रशासन का तर्क है कि कर्मचारी सालों से एक जगह जमे रहने के कारण काम नहीं कर रहे थे। वहीं इन तबादलों पर एलयू कर्मचारी परिषद फ्रंट फुट पर आ गया है। कर्मचारी संघ का कहना है कि कुछ कर्मचारी काम नहीं करते ये समझ आता है लेकिन सभी काम नहीं करते ये सरासर गलत है। कर्मचारियों ने तबादले वापस लेने की मांग करते हुए इसे चीफ प्रोवेस्ट संगीता रानी की साजिश बताया है।

वेतन पर फंसेगा पेंच

एलयू कर्मचारी परिषद के अध्यक्ष राकेश यादव ने बताया कि यूनिवर्सिटी ने ट्रांसफर तो कर दिया है कि कर्मचारियों के वेतन और छुट्टियों से इसमें समस्या आएगी। कर्मचारियों का वेतन वहीं से बनेगा जहां वह इस समय तैनात हैं। उसी हॉस्टल का प्रोवोस्ट उसे पास करेगा और छुट्टी भी वही देगा। जबकि कर्मचारी काम वहां करेंगे जहां उन्हें स्थानांतरित किया गया है। एक दो को तो देखा जा सकता है लेकिन दो सौ का यही हाल होगा तो संबंधित प्रोवोस्ट भी छुट्टी देने और वेतन पास करने में आनाकानी करेंगे। कुछ का रिटायरमेंट करीब है ऐसे में उनके रिटायरमेंट की औपचारिकताओं में भी प्रॉब्लम आ सकती है।

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कर्मचारियों ने उठाया सवाल

एलयू प्रशासन ने जो ट्रांसफर किये हैं उसमें भी खामी है। एक महिला कर्मचारी स्वदेश सिंह को उसके नाम के चलते ब्वॉयज हॉस्टल स्थानांतरित कर दिया गया है। वहीं सूची में कुछ का ट्रांसफर उसी हॉस्टल में किया गया जहां वे पहले से काम कर रहे हैं। हालांकि इस पर प्रशासन का कहना है कि उनका ट्रांसफर नहीं किया जाना था इसलिए सूची में उसी हॉस्टल में दिखाया गया है।