- एलयू प्रशासन ने हड़ताल पर गए कर्मचारियों को भेजा नोटिस

- रजिस्ट्रार की ओर से निश्चित मानदेय पर कार्यरत कर्मचारियों से मांगा स्पष्टीकरण

- कर्मचारी नेताओं के साथ प्रतिकुलपति की अध्यक्षता में हुई बैठक

LUCKNOW :

एलयू में हड़ताल के चौथे दिन कर्मचारियों के रुख को देखते हुए एलयू प्रशासन भी आर-पार की लड़ाई के मूड में आ गया है। इसी कड़ी में यूनिवर्सिटी ने आठ जनवरी से गुरुवार तक बिना उपस्थिति दर्ज करवाए गायब चल रहे निश्चित मानदेय पाने वाले 102 कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। रजिस्ट्रार प्रो। आरके सिंह की ओर से जारी कारण बताओ नोटिस का जवाब देने के लिए कर्मचारियों को दो दिन का समय दिया गया है।

आखिर गायब क्यों हो

नोटिस में कर्मचारियों से पूछा गया है कि आखिर बिना बताए, अपने काम से कहां गायब हैं। उनके अचानक गायब होने से एलयू का काम प्रभावित होने के साथ स्टूडेंट्स भी परेशान हैं। नोटिस में कहा गया है कि अचानक ऐसे ड्यूटी से गायब होने पर कर्मचारियों पर अनुशासनहीनता एवं कर्तव्य शिथिलता के आरोप में आपकी सेवाएं समाप्त कर दी जाएं।

वीसी लेंगे निर्णय

इधर कर्मचारी नेताओं व प्रतिकुलपति प्रो। यूएन द्विवेदी के बीच विभिन्न मांगों पर वार्ता हुई और अब शुक्रवार को वीसी प्रो। एसपी सिंह इस पर अंतिम निर्णय लेंगे। गुरुवार को जिन हड़ताली कर्मचारियों को नोटिस दी गई है उनमें कुलसचिव कार्यालय, प्राक्टर कार्यालय, कला संकाय के कार्यालय व संबंधित विभिन्न विभाग, विज्ञान संकाय, विधि विभाग, अल्पसंख्यक कोचिंग संस्थान, विभिन्न हास्टल आदि के कर्मचारी शामिल हैं।

वीसी से आज वार्ता

एलयू प्रशासन का कहना है कि हास्टल में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के तबादले के मुद्दे पर हड़ताल के कारण कामकाज बाधित हुआ है। फिलहाल गुरुवार की देर शाम प्रतिकुलपति प्रो। यूएन द्विवेदी, रजिस्ट्रार प्रो। आरके सिंह के साथ कर्मचारी परिषद के अध्यक्ष राकेश यादव, महामंत्री संजय शुक्ला, पूर्व महामंत्री अजय सिंह अज्जू, कर्मचारी नेता विनायक धर दूबे ने वार्ता की। फिलहाल वार्ता अच्छे माहौल में हुई और आम सहमति भी बनती नजर आ रही है। अब शुक्रवार को कर्मचारियों की मांगों पर अंतिम फैसला वीसी प्रो। एसपी सिंह करेंगे। उम्मीद जताई जा रही है कि हड़ताल शुक्रवार को खत्म हो जाएगी।