- दिल्ली यूनिवर्सिटी की तर्ज पर बदला इकोनॉमिक्स का सिलेबस

- इंग्लिश में शामिल होंगे भारतीय लेखक

- इंजीनियरिंग कोर्स में सीबीसीएस होगा लागू

LUCKNOW :

लखनऊ यूनिवर्सिटी ने मंगलवार को दस साल के बाद यूजी और पीजी के सिलेबस को अपग्रेड किया। यूनिवर्सिटी ने एकेडमिक काउंसिल की बैठक में 15 कोर्सेस के नए सिलेबस को नए सेशन से लागू करने की आधिकारिक मंजूरी प्रदान कर दी है। इन कोर्सेस के सिलेबस को आखिरी बार साल 2007 में अपग्रेड किया गया था। वहीं यूनिवर्सिटी के नियमों की बात करें तो हर साल सिलेबस को अपडेट होना चाहिए। पर, इस प्रक्रिया में केवल खानापूर्ति होती थी। सभी विभागों के हेड केवल कुछ यूनिट को आपस में मर्ज कर उसे अपडेट कर देते थे, बाकी पूरा सिलेबस वैसा ही रखते थे। पर, एलयू के वीसी बनने के बाद प्रो। एसपी सिंह ने एलयू के सिलेबस के बदलाव की बात कही थी।

सोशियोलॉजी में जोड़े मार्डन चेंज

बैठक में सभी ऑनर्स विषयों के साथ कुल 15 कोर्सेस के सिलेबस के नए प्रस्तावाओं को मंजूरी दी गई है। जिसके तहत यूजी और पीजी में सोशियोलॉजी सब्जेक्ट में अब न्यू मॉडर्न डिबेट जैसे न्यू फॉर्म ऑफ इक्यूवैलिटी इन द सोसाइटी, मॉडर्न सोशल चेंज जैसे टॉपिक को जोड़ा गया है। इसके अलावा नए रिसर्च टूल और टेक्निक जो पूरे विश्व में प्रयोग किए जा रहे हैं, उसे भी सिलेबस में जोड़ा गया है। सिलेबस को इस तरह से मोडिफाई किया गया है कि जिससे मौजूदा सामाजिक मुद्दों को शामिल किया जाएगा। ताकि स्टूडेंट्स को सिविल सर्विसेज और नेट जैसे एग्जाम की तैयारी करने में मदद मिलें। इसके अलावा बीए और एमए में इंग्लिश सब्जेक्ट में अब बच्चों के रीडिंग, राइटिंग और कम्युनिकेशन स्किल पर ध्यान दिया जाएगा। इसके साथ ही बीए इंग्लिश ऑनर्स के इंडियन राइटर के योगदान को ज्यादा से ज्यादा शामिल किया जाएगा। अभी तक इसमें विदेशी राइटरों को ज्यादा महत्व दिया जाता था पर अब भारतीय राइटर जैसे इंदिरा गोस्वामी, श्री अरविंदो, अदम रंगाचार्या, मंजू कपूर, गौरी विश्वनाथ जैसे राइटर शामिल किए जाएंगे। इसके अलावा सिलेबस को नए रिसर्च एरिया को भी शामिल किया गया है।

उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था होगी शामिल

वहीं बीए इकोनॉमिक्स ऑनर्स में स्टूडेंट्स को अब उत्तर प्रदेश के इकोनॉमी के बारे में भी विस्तार से पढ़ाया जाएगा। इसके साथ ही फाइव इयर प्लान, इकोनॉमी सिस्टम में मैथमेट्रिक्ल टेक्निक को शामिल किया जाएगा। इकोनॉमिक्स के सिलेबस को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया और सिविल सर्विसेज के एग्जाम को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। एलयू ने इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट के सिलेबस को दिल्ली यूनिवर्सिटी की तर्ज पर तैयार किया है। इसके अलावा एआईएच में प्रागैतिहासिक हिस्ट्री, सिक्के और दूसरे चीजों को शामिल किया गया है जो प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बेहतर हों।

आ‌र्ट्स में तमिल, मराठी का कोर्स और सिलेबस हुआ अपडेट

बैठक में कला संकाय के विभिन्न विभागों में सिलेबस अपडेट हुआ। हिंदी विभाग में तमिल, मराठी, बांग्ला भाषाओं को विषय के तौर पर यूजी और पीजी में पढ़ाया जाएगा। ग्रेजुएशन लेवल पर वैकल्पिक कोर्स के तौर पर लाइब्रेरी एंड इनफॉर्मेशन साइंस विषय पढ़ाया जाएगा। इसके अलावा पीजी डिप्लोमा इन काउंसिलिंग एंड गाइडेंस, पीजी डिप्लोमा इन मीडिया राइटिंग, प्राचीन भारतीय इतिहास विभाग, पर्शियन का सिलेबस अपडेट हुआ। एमए मॉर्डन इंडियन हिस्ट्री का सेल्फ फाइनेंस कोर्स नए सेशन से नहीं चलेगा।

बीटेक कोर्सेस में पढ़ाई सीबीसीएस से होगी

एलयू में इस सेशन से शुरू हो रहे बीटेक के पांच कोर्सेस में च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) के तहत पढ़ाई होगी। इसके अलावा आ‌र्ट्स कॉलेज में चल रहे बैचलर इन विजुअल आ‌र्ट्स, बैचलर इन फाइन आ‌र्ट्स सहित पीजी के कोर्सेस में भी सीबीसीएस के तहत पढ़ाई करवाई जाएगी। इसके अलावा कई विषयों के सिलेबस रिव्यू किए गए और नए कोर्स चलाने पर भी अनुमति दी गई। बीटेक में एक क्रेडिट प्रति एक लेक्चर एक घंटा प्रति सप्ताह का होगा, एक क्रेडिट प्रति ट्यूटोरियल एक घंटा प्रति सप्ताह और एक क्रेडिट प्रति दो घंटा प्रयोग व प्रोजेक्ट वर्क प्रति सप्ताह होगा। आ‌र्ट्स कॉलेज में बीवीए सेकेंड इयर में ग्राफिक्स, सिरेमिक और यूरल विषय फ‌र्स्ट इयर के प्रदर्शन के अनुसार आवंटित होंगे। फ‌र्स्ट 12 स्टूडेंट्स को यह मेरिट के अनुसार दिए जाएंगे। वहीं बीवीए में अब स्टिल लाइफ कलर विषय सिलेबस में शामिल होगा। बीवीए ललित कला सेल्फ फाइनेंस में चार सीटें, बीएफए टेक्सटाइल डिजाइन में दो सीटें और बीवीए ललित कला कोर्स में अब रेग्युलर कोर्स की 18 व सेल्फ फाइनेंस की 18 सीटें होंगी। इस तरह इसमें कुल 36 सीटें होंगी। वहीं विज्ञान संकाय में एमएससी न्यूक्लियर मेडिसिन कोर्स में भी सीबीसीएस के साथ उसका सिलेबस अपडेट किया गया है और कई विभागों में कोर्सेस के सिलेबस अपडेट किए गए। इसके अलावा ओएनजीसी बिल्डिंग में बने रहे डॉ। कलाम एडवांस रिसर्च सेंटर के तहत संचालित सभी डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्सेस को मंजूरी दे दी गई।

एलएलबी में उम्र सीमा लागू

अब एलएलबी थ्री इयर कोर्स में सामान्य स्टूडेंट्स के लिए अधिकतम उम्र सीमा 30 वर्ष और ओबीसी, एससी तथा एसटी के लिए 35 वर्ष होगी। वहीं एलएलबी ऑनर्स कोर्स में सामान्य स्टूडेंट्स के लिए 20 वर्ष और ओबीसी, एससी-एसटी के लिए 22 वर्ष होगी। पीजी डिप्लोमा इन साइबर लॉ, पीजी डिप्लोमा इन इंटैक्चुअल प्रापर्टी राइट कोर्स शुरू होंगे। इसके अलावा ऑनलाइन सार्टिफिकेट कोर्स भी शुरू होंगे। इसमें साइबर लॉ, आइपीआर कांट्रेक्ट मैनेजमेंट एंड कारपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी शामिल है।

चार वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स बीएलईडी होगा शुरू

शिक्षाशास्त्र संकाय में चार वर्षीय बैचलर इन एलीमेंट्री एजुकेशन (बीएलईडी) कोर्स शुरू होगा। इसमें इंटर पास स्टूडेंट्स जिनके 50 प्रतिशत अंक हैं, वह एडमिशन ले सकेंगे। इसके अलावा एमए एजुकेशन में सेल्फ फाइनेंस कोर्स में 15 सीटें होंगी। वहीं यूनानी संकाय के तहत राजकीय तकमील उत्तिब कॉलेज एंव चिकित्सालय में बीयूएमएस कोर्स में इसमें 20 सीटें और बढ़ेंगी, ऐसे में अब सीटों की संख्या 60 हो जाएगी। इसके अलावा तशरीहुलबदन में पीजी कोर्स, माहिरे जराहत तशरीहुल बदल यानी मास्टर ऑफ सर्जरी इन एनॉटमी और मास्टर ऑफ हिफजाने सेहत का कोर्स शुरू होगा।