- कोर्स वर्क की फीस एलयू में होगी जमा

- रजिस्ट्रेशन की फीस सम्बन्धित संस्था में होगी जमा

LUCKNOW :

एलयू से इस साल पीएचडी करने वाले स्टूडेंट्स को यूनिवर्सिटी से कोर्स वर्क पूरा करने के बाद कॉलेजों में रजिस्ट्रेशन कराना होगा। यूनिवर्सिटी सभी स्टूडेंट्स का कोर्स वर्क अपने अंडर ही कराएगी। इसके लिए स्टूडेंट्स को कोर्स वर्क और पीएचडी रजिस्ट्रेशन के लिए अलग-अलग फीस जमा करना होगी। उन्हें यह फीस यूनिवर्सिटी में ही जमा करनी होगी। इसके बाद स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटी और डिग्री कॉलेज में जहां पर भी पीएचडी के लिए रजिस्टर्ड होंगे, उन्हें वहां रजिस्ट्रेशन फीस जमा करनी होगी। इस पर 11 अगस्त को होने वाले एकेडमिक काउंसिल की बैठक में निर्णय लिया जाएगा।

रिसर्च लैब के लिए प्राप्त करना होगा एनओसी

एलयू ने पिछले साल डिग्री कॉलेजों को पीएचडी कराने की अनुमति प्रदान कर दी थी। इसके तहत यूनिवर्सिटी को डिग्री कॉलेजों को स्टूडेंट्स आवंटित करने में काफी दिक्कत आ रही थी। यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना था कि अब किसी भी कॉलेज को पीएचडी कराने के लिए स्टूडेंट्स सभी मानकों जैसे रिसर्च लैब की व्यवस्था आदि चेक करने के बाद दिये जाएंगे। इसके लिए संस्थाओं को एलयू से एनओसी प्राप्त करनी होगी।

कोर्स वर्क अपनी निगरानी में कराएगा एलयू

एलयू की ओर से तैयार प्रस्ताव में कहा गया है कि इस बार पीएचडी में एडमिशन लेने वाले सभी स्टूडेंट्स का कोर्स वर्क यूनिवर्सिटी में ही संबंधित डिपार्टमेंट में आयोजित होगा। यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है कि कोर्स वर्क का एक निर्धारित सिलेबस होता है। यूजीसी ने इसके लिए नई गाइड लाइन जारी कर दी है। इसी वजह से कोर्स वर्क एलयू की निगरानी में होगा। कोर्स वर्क पूरा करने के बाद स्टूडेंट्स को सीट एलॉट कर दी जाएगी। कोर्स वर्क की फीस सभी स्टूडेंट्स को एलयू में ही जमा करनी होगी।