LUCKNOW: लखनऊ में प्रदूषण का स्तर दिल्ली के बराबर बना हुआ है। दिल्ली में फ्राइडे को एयर क्वालिटी इंडेक्स 468 रहा और लखनऊ में 462 मापा गया। मौसम विभाग के अनुसार यह सीवियर स्थिति है जो स्वास्थ्य के लिहाज से खतरनाक है। मौसम विभाग के अनुसार सैटरडे को हवा चलने के आसार हैं जिससे प्रदूषण का स्तर कम होने के आसार हैं।

 

एयर क्वालिटी इंडेक्स

- 468 दिल्ली का

- 462 लखनऊ का

- 100 है सामान्य

- 50 से कम होना चाहिये डब्ल्यूएचओ के अनुसार

- 4 दिन से 400 से अधिक की मात्रा बनी है

 

 

हेल्थ के लिए हानिकारक

केंद्रीय पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की ओर से दिए गए आंकड़ों के अनुसार शुक्रवार को लखनऊ में एयर क्वालिटी इंडेक्स 462 रहा। जबकि नेशनल सामान्य स्तर 100 होना चाहिए। वहीं डब्ल्यूएचओ के अनुसार यह स्तर 50 से कम होना चाहिए, लेकिन पिछले चार दिनों से लगातार प्रदूषण की मात्रा 400 से अधिक बनी हुई है। जो स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत अधिक हानिकारक है।

 

वाराणसी सबसे ज्यादा प्रदूषित

सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार शुक्रवार को प्रदेश में वाराणसी प्रदेश का ही नहीं बल्कि देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा। जहां पर एयर क्वालिटी इंडेक्स 491 दर्ज किया गया। जबकि नोएडा में 470, आगरा में 404, गाजियाबाद में 485, कानपुर में 461 दर्ज किया गया।

 

न सफाई न छिड़काव, हर तरफ धूल ही धूल

एक्सप‌र्ट्स के अनुसार धूल भी इस प्रदूषण का बड़ा कारक है। विभिन्न कारणों से धूल उड़ने के बाद उसके कण हवा में ही रूक जाते हैं और यह स्मोग बनाते हैं। लखनऊ नगर निगम पहले सड़कों की मशीन से सफाई कराता था और प्रमुख मार्गो पर पानी भी छिड़कवाता था, लेकिन वर्तमान में न तो सफाई हो रही और न ही पानी का छिड़काव किया जा रहा है। जबकि दिल्ली में सड़कों की सफाई के साथ ही पानी भी छिड़का जा रहा है। ताकि पेड़ों और सड़कों पर जमी धूल बैठ जाए।

 

मरीज रहें सतर्क

केजीएमयू के पल्मोनरी मेडिसिन विभाग के डॉ। आरएएस कुशवाहा ने बताया कि बाहर प्रदूषण का स्तर काफी अधिक है। ऐसे में सांस के मरीजों को घर पर ही रहना चाहिए। मार्निग, इवनिंग वॉक को भी इग्नोर करें अन्यथा दिक्कत बढ़ सकती है। कोई दिक्कत होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

 

राजधानी लखनऊ में एक्यूआई

10 नवंबर 462

9 नवंबर 468

8 नवंबर 430

7 नवंबर 365

6 नवंबर 336

5 नवंबर 348

4 नवंबर 359

3 नवंबर 349

2 नवंबर 322

1 नवंबर 301


यूपी के शहरों में प्रदूषण

-491 वाराणसी

-485 गाजियाबाद

-470 नोएडा

-461 कानपुर

-404 आगरा

-382 मुरादाबाद