-नहीं शुरू हुई इस बार छात्रवृत्ति वितरण और शुल्क प्रतिपूर्ति

-परीक्षाएं नजदीक आते ही कॉलेजों ने बनाया फीस का दबाव

-छात्रवृत्ति योजना का हजारों छात्रों को नहीं मिला लाभ

आई एक्सक्लूसिव

अखिल कुमार

Meerut : विधानसभा चुनावों के दौरान हजारों छात्रों का भविष्य 'सरकारी मदमस्ती' से अधर में फंस गया है, जबकि छात्रवृत्ति जारी करने पर आचार संहिता के दौरान रोक नहीं है। कॉलेज और स्कूल वाले परीक्षाएं नजदीक आते ही छात्रों पर फीस जमा कराने को लेकर दबाव बना रहे हैं तो वहीं समाज कल्याण विभाग अभी छात्रों का डाटा मैच नहीं कर सका है। आलम यह है कि मेरठ के करीब 38 हजार छात्र सरकार द्वारा दी जाने वाली शुल्क प्रतिपूर्ति और छात्रवृत्ति की बाट जोह रहे हैं।

क्या है मामला

समाज कल्याण विभाग में विभिन्न कॉलेजों और यूनीवर्सिटी के स्नातक एवं परास्नातक पाठ्यक्रमों में पढ़ रहे मेरठ के 24,321 छात्रों ने शुल्क प्रतिपूर्ति एवं छात्रवृत्ति के लिए आवेदन किया है। 13,641 छात्रों का डाटा मिच मैच है। इस तरह से 37,962 छात्रों पर लखनऊ से कृपा अटकी हुई है। डाटा मिस मैच को लेकर विभाग माथापच्ची कर रहा है किंतु नतीजा सिफर है। शासन की ओर से गत दिनों 4 बार अलग-अलग तिथियों में ऑनलाइन डाटा करेक्शन के लिए समाज कल्याण विभाग ने अपनी वेबसाइट को छात्रों के लिए ओपन किया था।

बैठक कर माथापच्ची

बुधवार को समाज कल्याण अधिकारी मो। मुश्ताक अहमद ने अधीनस्थों के साथ बैठक कर छात्रों के मिस मैच डाटा के करेक्शन की कवायद की है। बता दें कि डाटा मैचिंग में प्राब्लम समाज कल्याण विभाग के मुख्यालय स्तर पर हो रही है। मुख्यालय का सॉफ्टवेयर पिता की सेम इनकम का सर्टिफिकेट लगा रहे दो भाइयों या भाई-बहन के डाटा को मिस मैच कर रहा है, विभाग इसे सस्पेक्टेड मान रहा है। जनसुविधा केंद्रों से बनवाए गए इनकम सर्टिफिकेट को भी मुख्यालय सस्पेक्टेड मान रहा है। इन केद्रों का लॉगिन आईडी समाज कल्याण में इनरोल नहीं है। हालांकि कॉलेजेज और स्कूल्स के लेवल पर छात्रों का डाटा भेज दिया गया है।

नहीं मिली छात्रवृत्ति

बात करें अल्पसंख्यक विभाग की तो यहां भी छात्रों को अभी तक छात्रवृत्ति नहीं मिली है। प्री मैट्रिक (9-10 कक्षा) में पढ़ रहे 2513 छात्रों ने प्रदेश सरकार में छात्रवृत्ति के लिए आवेदन किया है। जबकि दशमोत्तर (11-12 कक्षा) छात्रवृत्ति के लिए 2705 छात्र कतार में हैं। स्नातक एवं परास्नातक कक्षाओं के 9677 अल्पसंख्यक छात्र छात्रवृत्ति का इंतजार कर रहे हैं। इन छात्रों का डाटा वेरीफिकेशन का कार्य चल रहा है। सनद हो कि मेरठ में कक्षा 1-10 में पढ़ रहे 26 हजार छात्रों ने केंद्र सरकार से मिलने वाली छात्रवृत्ति के लिए आवेदन किया है। 40,895 छात्र अल्पसंख्यक विभाग से मिलने वाली सहायता राशि की बाट जोह रहे हैं।

एक नजर

समाज कल्याण विभाग

24,321-यूजी और पीजी के पात्र छात्रों ने किया समाज कल्याण में आवेदन

13,641-यूजी और पीजी के छात्रों का डाटा मिच मैच।

37,962-छात्र, सहायता के समाज कल्याण विभाग बाट जोह रहे

अल्पसंख्यक कल्याण विभाग

2513-प्री मैट्रिक (9-10 कक्षा) छात्र

2705-दशमोत्तर (11-12 कक्षा) छात्र

9677-स्नातक एवं परास्नातक कक्षा के अल्पसंख्यक छात्र

26000-कक्षा 1-10 में पढ़ रहे छात्र (केंद्रीय अनुदान)

40,895-अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के छात्र

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78,857-छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति की रहा देख रहे मेरठ में कुल छात्र।

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मुख्यालय स्तर पर हजारों छात्रों का डाटा मिस मैच है। कॉलेजेस के साथ बैठक कर जल्द से जल्द डाटा मैच कराने का प्रयास किया जा रहा है। जल्द ही छात्रों विभिन्न सहायता योजना की धनराशि मिलेगी।

-मो। मुश्ताक अहमद, जिला समाज कल्याण अधिकारी