- शोषण मामले में आरोपी शिक्षकों के खिलाफ साक्ष्य, नोटिस देने की तैयारी

- छात्राओं ने लगाया था एलयू के शिक्षकों के खिलाफ शोषण का आरोप

LUCKNOW: लखनऊ यूनिवर्सिटी में रिसर्च छात्राओं के शोषण के मामले में शुरुआती जांच के दौरान आरोपी शिक्षकों के खिलाफ सुबूत मिले हैं। इसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन इन शिक्षकों को नोटिस जारी करने की तैयारी कर रहा है। 18 जुलाई को एलयू में एक अभिभावक ने एलयू में शिकायत की थी कि प्रोफेसर उनकी बेटियों का शोषण कर रहे हैं। इसमें एक पीजी में है, तो दूसरी स्कॉलर है। सोशियॉलजी, सोशल वर्क और बॉटनी के शिक्षकों के खिलाफ राज्यपाल और वीसी से शिकायत भी गई थी। इसके बाद एक शिकायत और आई थी, जिसमें सोशल वर्क विभाग के प्रोफेसर्स के खिलाफ इसी तरह के आरोप लगाए गए थे। सूत्रों के मुताबिक अब सोशल वर्क के तीन शिक्षकों के खिलाफ साक्ष्य मिले हैं।

छात्रा ने नाम बदलकर की थी शिकायत

एलयू की एक पूर्व छात्रा ने बदले हुए नाम से शिक्षकों के द्वारा उत्पीड़न किए जाने को लेकर राज्यपाल को शिकायती पत्र भेजा है। पत्र में छात्रा ने दो शिक्षकों के नामों का उल्लेख भी किया है। छात्रा ने आरोप लगाया कि वे हमेशा छात्राओं के साथ गलत ढंग से पेश आते हैं और छात्राओं के ऊपर गलत तरीके से दबाव बनाते रहे हैं। पत्र में भी लिखा गया कि इसकी शिकायत भी कई बार हुई, लेकिन प्रभावी जांच न होने की वजह से आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।

वीसी को भी भेजा था शिकायती पत्र

एलयू की एक पूर्व छात्रा ने अपने बदले हुए नाम से शिकायती पत्र पहले भी भेजा है। हालांकि, अंत में छात्रा ने खुद को पूर्व छात्र व अपने नाम के आगे बदला हुआ नाम लिखकर संबोधित किया था। लेकिन, लेटर को एलयू प्रशासन ने गंभीरता से लिया है और इसकी जांच कराई थी। छात्रा द्वारा लेटर में कहा गया है कि चूंकि उसके छात्रत्व काल में शिक्षकों के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं हो पाई, इसके चलते वह यह शिकायत अब दर्ज करा रही है। जिससे आने वाले दिनों में किसी अन्य छात्रा के साथ ऐसा ना हो।

भ्रष्टाचार का भी लगाया आरोप

सूत्रों के अनुसार, छात्रा ने शिक्षकों पर भ्रष्टाचार के भी आरोप लगाए हैं। छात्रा ने कहा कि इसकी जांच हो और जरूरत हो तो इस मामले को लेकर उनके परिवार के सदस्यों से भी पूछताछ की जाए। इसको लेकर किस प्रकार की कार्रवाई को अंजाम दिया जाएगा। इसका कोई निर्णय सामने नहीं आया है। लेकिन, सूत्रों की मानें तो एलयू वीसी की ओर से पूर्व छात्रा के शिकायती पत्र का संज्ञान लेकर उसे जांच के लिए अग्रसारित कर दिया गया है।