- दस कॉलेजों को मिली विभिन्न कोर्सेस की स्थाई संबद्धता

- आठ कॉलेजों को विभिन्न कोर्सेस में दी गई अस्थाई संबद्धता

- दीक्षांत समारोह में दिया जाएगा एक नया मेडल

- कई शिक्षकों के प्रमोशन को मिली मंजूरी

- बढ़ाई गई फीस पर भी लगी मोहर

- आईटी कॉलेज पर एलयू ने की सख्त कार्रवाई

- कार्य परिषद की बैठक में लिया गया निर्णय

बैच के संचालन को मंजूरी दी
lucknow@inext.co.in
LUCKNOW : एलयू प्रशासन की ओर से आईटी कॉलेज पर सख्त कार्रवाई करते हुए, उसके सेल्फ फाइनेंस मोड के सभी कोर्सेस पर इस सेशन में एडमिशन लेने पर रोक लगा दी गई है। हालांकि यूनिवर्सिटी ने कॉलेज के बीकॉम सेल्फ फाइनेंस कोर्स के बैच के संचालन को मंजूरी दी है।

कार्य परिषद की बैठक में निर्णय
बुधवार को वीसी प्रो। एसपी सिंह की अध्यक्षता में हुई कार्य परिषद की बैठक में इस पर निर्णय लिया गया। बैठक में यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से आईटी कॉलेज के मामले की जांच के लिए गठित कमेटी की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। जिसमें आईटी कॉलेज को सेल्फ फाइनेंस कोर्सेस के संचालन के लिए मानक पूरे न होने की बात कही गई। जिसके बाद कार्य परिषद ने आईटी कॉलेज में इस सेशन से सेल्फ फाइनेंस कोर्सेस के संचालन पर रोक लगा दी।

मिली थीं शिकायतें
आईटी ग‌र्ल्स कॉलेज के खिलाफ सेल्फ फाइनेंस कोर्सेस के संबंध में अभिभावकों ने शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने कहा था कि कॉलेज में सेल्फ फाइनेंस कोर्सेस के संचालन के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं हैं। शिकायत में कॉलेज के एमएससी इन केमेस्ट्री, एमएससी बायोटेक्नोलॉजी और एमए इन इकोनॉमिक्स में संसाधन पूरे न होने की बात कही गई थी। जिसके बाद यूनिवर्सिटी ने एक जांच समिति गठित की थी। जिसकी रिपोर्ट कार्य परिषद में रखी गई, जिस पर सभी सदस्यों ने कॉलेज पर संसाधन पूरे होने तक एडमिशन न लेने का आदेश दिया।

दस कॉलेजों को स्थाई संबद्धता
एलयू ने अपने दस कॉलेजों को उनके यहां चलने वाले विभिन्न कोर्सेस की स्थाई संबद्धता दी है। इसकी मंजूरी कार्य परिषद की बैठक में दिया गया। इसके तहत अब कॉलेजों को कोर्स में एडमिशन लेने के लिए यूनिवर्सिटी से हर साल अनुमति नहीं लेनी होगी। वहीं सात कॉलेज ऐसे है जिन्हें अस्थाई मान्यता दी गई है। हालांकि इसमें महज एक राजकीय और एक एडेड कॉलेज शामिल है बाकी सभी निजी कॉलेजों को संबद्धता दी गई है।

इन कॉलेजों को मिली स्थाई संबद्धता

कॉलेज का नाम कोर्स

अमृतानंदमयी कॉलेज ऑफ हायर एजुकेशन बीएड

रजत पीजी कॉलेज एमए

शेखर कॉलेज ऑफ हायर एजुकेशन बीएड

इरम कॉलेज बीएड

दयाल ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशंस बीए व बीकॉम ऑनर्स

पं। दीन दयाल राजकीय कॉलेज बीएससी, बीए व बीकॉम

सूर्या कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट बीबीए

केवलपति रामआसरे महाविद्यालय बीए व बीकॉम

एकेजी कॉलेज बीएड

फ्लोरेंस नाइटेंगल कॉलेज बीए व बीकॉम

इनको मिली अस्थाई संबद्धता

कॉलेज का नाम कोर्स

कॉलेज ऑफ इनोवेटिव मैनेजमेंट एंड साइंसेज बीकॉम

आर्यकुल कॉलेज बीएड

पं दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज अंग्रेजी

अवध ग‌र्ल्स कॉलेज शारीरिक शिक्षा

यूनिटी डिग्री कॉलेज एमकॉम

श्री गीत लॉ कॉलेज लॉ तीन वर्षीय व लॉ पांच वर्षीय

कैरियर कॉन्वेंट कॉलेज एमकॉम अप्लाइड इकोनॉमिक्स, एमकॉम प्योर और एमए समाजशास्त्र

इस बार शुरू होगा नया मेडल
एलयू में तीन साल बाद दीक्षांत समारोह में नया मेडल दिया जाएगा। कार्य परिषद ने सोशियोलॉजी के पूर्व हेड व डीन प्रो। एके सरन के परिवार की ओर से सोशियोलॉजी में एमए के टॉपर के लिए प्रो। सरन मेडल शुरू करने की मंजूरी दी है। प्रो। सरन के देहांत के बाद उनके भतीजे राकेश श्रीवास्तव की ओर से यह प्रस्ताव एलयू को भेजा था। इसे मंजूरी मिलने के साथ ही एलयू में अब 193 मेडल दिए जाएंगे।

नियुक्तियों के खुले लिफाफे
यूनिवर्सिटी में पिछले दो माह में पांच विभागों की सेलेक्शन कमेटियां हुई। इसमें उर्दू, पॉलिटिकल साइंस, संस्कृत, ओरिएंटल संस्कृत में नियुक्ति के लिए इंटरव्यू हुए थे। अब इसमें चयनित कैंडीडेट्स के लिफाफेकार्य परिषद में खोले गए उनकी नियुक्तियों पर मोहर लगाई गई। कई शिक्षकों के प्रमोशन को भी मंजूरी दी गई।

 

बढ़ी फीस पर लगी मुहर

बैठक में यूनिवर्सिटी की बढ़ी हुई फीस पर मुहर लग गई। इसके अलावा, पुरोहित, बौद्ध, जैन समेत छह सर्टिफिकेट कोर्स पर मुहर लगा दी गई। यूनिवर्सिटी के तीन नए हॉस्टल इस सेशन में तैयार होने जा रहे हैं। उनका नामकरण किया गया। मैनेजमेंट ब्वॉयज हॉस्टल को कौटिल्य छात्रावास, मैनेजमेंट ग‌र्ल्स कॉलेज निवेदिता छात्रावास और इंजीनियरिंग को लावण्य हॉल नाम दिया गया है।