यह खण्डग्रास चंद्रग्रहण उत्तराषाढ़ा नक्षत्र एवं धनु व मकर राशि पर पड़ेगा। अतः पुकारने के नाम से जिन लोगों का उत्तराषाढ़ा नक्षत्र एवं धनु मकर राशि है उनके लिए अत्यंत ही नुकसान देह होगा।कहीं ना कहीं गर्भवती महिलाओं को यह ग्रहण देखने से बचना चाहिए। चंद्र ग्रहण का सूतक काल 16 जुलाई 2019 को मंगलवार के दिन सायं काल 6: 37 मिनट पर लग जाएगा। सूतक काल में भोजन आदि ग्रहण करने से बचना चाहिए किंतु वृद्ध और बच्चे रात्रि 8:37 तक आहार ले सकते हैं। आम जनमानस के मन में विचार आता है कि यदि हम दवा लेते हैं तो हमारा सूतक काल नुकसानदेह होता है, किंतु ऐसा नहीं है। सर्वप्रथम ओम को स्वस्थ रहना होता है, अतः दवा ले सकते हैं। स्वस्थ रहने के लिए ही सूतक काल माना जाता है। ग्रहण के कालखण्ड में गर्भवती महिलाओं को गेरू का लेप लगाना चाहिए। कैंची चलाना, मशीन चलाना आदि कॉल के दौरान मंदिरों के बंद हो जाते हैं।

अतः पूजन और स्पर्श नहीं होता

भारतीय तंत्र शास्त्र में ग्रहण काल को अत्यंत विशेष मुहूर्त प्रदान किया गया है। विशेष साधनाएं वाले व्यक्ति इस कालखण्ड पर साधनाएं करते हैं। गुरु पूर्णिमा पर लगा ग्रहण पाठक जानकारी कर रहे हैं गुरु पूर्णिमा को गुरु की पूजा करें या नहीं पाठकों के लिए सुझाव है। गुरु की आराधना करते रहें। संभव हो तो सूतक काल से पहले ही कर ले यदि ऐसा संभव नहीं है तो स्पर्श नहीं करना चाहिए। मन से मानसिक पूजा करें। ग्रहण का स्पर्श कॉल रात्रि 1:37 पर प्रारंभ होगा ग्रहण का मोक्ष काल रात्रि 4:32 पर होगा ग्रहण का मध्य काल रात 3:05 पर होगा कुल मिलाकर के संपूर्ण भारत में 2 घंटे 55 मिनट तक ग्रहण का समय रहेगा।भारत को 2 घंटे 55 मिनट भारत पर ग्रहण का कालखण्ड रहेगा। यही ग्रहण भारत के कम से कम तीन राज्यों में सत्ता परिवर्तन कर आएगा और अगले ग्रहण तक इस खण्डग्रास चंद्र ग्रहण का असर रहेगा। कम से कम तीन विभूतियों को हम को हम खो देंगे।

राशियों के अनुसार कैसा रहेगा...

मेष राशि के लिए मान भंग

वृष राशि के लिए कष्टदायक

मिथुन राशि के लिए जीवनसाथी से चिंता

कर्क राशि के लिए सुखदायक

सिंह राशि के लिए चिंता दायक

कन्या राशि के लिए याद आया

तुला राशि के लिए धन प्राप्ति राया

वृश्चिक राशि के लिए हानि दायक

धनु राशि के लिए दुर्घटना डायन

मकर राशि के लिए क्षति दायक

कुंभ राशि के लिए लाभदायक

मीन राशि के लिए सुख समृद्धि दायक

ग्रह का असर सजीव एवं निर्जीव सभी पर होता है। यह 2 घंटे 5 मिनट का ग्रहण का कालखण्ड वैज्ञानिकों के लिए शुभ और मंगलकारी होगा।भारत में कहीं ना कहीं व्यापारिक स्थितियां बढ़ेंगी जो व्यापार बंदी की कगार पर जा रहे थे उन पर कहीं ना कहीं मुस्कान आएगी। व्यापार शीघ्र अतिशीघ्र बढ़ेंगे। शिक्षा जगत में भारत अधिक तरक्की करेगा। उद्योग जगत के साथ साथ भारत में व्यापारिक स्थितियों को बढ़ावा मिलेगा किंतु इस ग्रहण से भारत को किसी महामारी का शिकार होना पड़ सकता है। कोई सीजन की बीमारियां आ सकती।

पंडित दीपक पांडेय

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