-एक दर्जन से अधिक मदरसों पर मंडराया संकट

-पहले ही बंद हो चुके हैं जिले के 80 मदरसे

फैक्ट फाइल

340 पूर्व में जिले में कुल मदरसों की संख्या

260 सरकारी पोर्टल पर लॉक मदरसों की संख्या

80 सूची से बाहर हुए मदरसों की संख्या

ALLAHABAD: ऑनलाइन अपलोडिंग प्रक्रिया शुरू होने के बाद जिले के मदरसों की संख्या तेजी से कम होती जा रही है। फिलहाल, एक दर्जन से अधिक मदरसों पर संकट मंडरा रहा है। इनका डेटा अभी तक पोर्टल पर लॉक नहीं हो सका है। ऐसे में सरकार इनको अपनी सूची से बाहर कर सकती है। इनको ऑनलाइन अपलोडिंग के लिए नौ सितंबर तक का समय दिया है।

तो नहीं मिलेगी आर्थिक सहायता

इन मदरसों को पोर्टल पर अपनी प्रत्येक जानकारी अपलोड करनी थी। कोई जानकारी देने में लापरवाही या हीलाहवाली की वजह से इनको अभी तक पोर्टल पर लॉक नहीं किया जा सका है। जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि नौ सितंबर तक का समय मिलने के बाद मदरसा संचालकों को जल्द से जल्द पूरी जानकारी अपलोड करने को कहा गया है। इनकी जांच करने के बाद विभाग इनको ऑनलाइन लॉक कर देगा।

लगातार कम होती जा रही है संख्या

पिछले साल तक जिले में मान्यता प्राप्त मदरसों की संख्या 340 थी जो अब घटकर 260 हो गई है। पोर्टल पर अपलोडिंग के दौरान 80 मदरसे लॉक नहीं हो सके थे। ऐसे में इनको सरकार ने अपनी सूची से बाहर कर दिया है। इसके पहले तक मदरसों को ऑनलाइन अपलोड करने की कोई प्रक्रिया नहीं थी। लेकिन, प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद सभी मदरसों का डाटा ऑनलाइन दर्ज किया जाने लगा है।

वर्जन

सभी मदरसों को अपने स्तर से पोर्टल पर लॉक करना था। हमारे लेवल पर इनको लॉक करना बाकी है। एक दर्जन से अधिक मदरसों को नौ सितंबर से पहले ऑनलाइन अपलोड करने का मौका दिया गया है।

-शिवप्रकाश तिवारी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी