- शीतकाल के छह माह ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर में होंगे बाबा मद्महेश्वर के दर्शन

- कपाटबंदी से पूर्व केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने किए बाबा के दर्शन

RUDRAPRYAG: पंचकेदारों में शामिल द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर धाम के कपाट वेडनसडे को पारंपरिक रीति-रिवाज के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। अब अगले छह माह बाबा पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में अपने भक्तों को दर्शन देंगे।

फ्00 से अधिक भक्त रहे मौजूद

वेडनसडे सुबह नित्य पूजाएं संपन्न होने के बाद बाबा मद्महेश्वर की उत्सव डोली को सजाया गया और ठीक 8.फ्0 बजे मंदिर के बाद कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। इस मौके पर फ्00 से अधिक भक्तों ने बाबा के दर्शन किए। कपाटबंदी के बाद बाबा की डोली ने मंदिर परिक्रमा कर रात्रि विश्राम के लिए अपने प्रथम पड़ाव गौंडार की ओर प्रस्थान किया। थर्सडे को डोली रांसी और शुक्रवार को गिरिया पहुंचेगी। ख्भ् नवंबर को डोली पाली फांफज, मंगोलचारी देवदर्शनी होते हुए अपने शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर धाम में विराजमान हो जाएगी। डोली के आगमन पर ओंकारेश्वर मंदिर में भव्य मेले का आयोजन भी किया गया है।

इससे पूर्व, सुबह केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने भी बाबा मद्महेश्वर के दर्शन किए और कपाट बंद होने से पूर्व ही पालकी से वापस लौट गई। इस मौके पर ऊखीमठ के उपजिलाधिकारी देवानंद समेत बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के कर्मचारी व भक्तगण मौजूद थे।

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