-प्रतिबंधित बोर के असलहे के साथ प्रमुख सुधीर सिंह अरेस्ट, नहीं हुई अकड़ कम

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र: चुनाव आयोग की फटकार के बाद सक्रिय हुई गोरखपुर पुलिस ने ब्लॉक प्रमुख सुधीर सिंह को असलहे के साथ गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से अवैध असलहा भी मिला है। इसके बावजूद सुधीर की अकड़ कम नहीं हुई और चेतावनी भरे लहजे में सरेआम कहा कि जेल से छूटने पर जवाब देंगे। पुलिस की कार्रवाई गलत है। वहीं, जैसे ही सुधीर सिंह के अरेस्ट होने की सूचना शहर में फैली, नेताओं के फोन पुलिस के पास पहुंचने लगे।

शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस कर एसएसपी रामलाल वर्मा ने बताया कि शाहपुर एरिया में चेकिंग के दौरान पिपरौली ब्लाक प्रमुख को असलहों संग अरेस्ट किया गया। प्रतिबंधित बोर का असलहा मिला है। वहीं, कैंट पुलिस ने मोहद्दीपुर के पास चेकिंग में अवैध असलहा संग दो अन्य बदमाशों को अरेस्ट किया है। इस दौरान एक शातिर पुलिस को चकमा देकर भाग गया।

लखनऊ से आते रहे फोन

चुनाव के दौरान माफिया और अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए डीजीपी जावीद अहमद ने चेकिंग का निर्देश दिया था। गुरुवार रात एसएसपी ने क्राइम ब्रांच और थानों की टीम गठित कर सघन चेकिंग अभियान चलाने को कहा। चेकिंग में निकली पुलिस ने शाहपुर एरिया के एल्युमिनियम फैक्ट्री के पास पिपरौली के ब्लाक प्रमुख सुधीर सिंह को अरेस्ट किया। पुलिस का दावा है कि सुधीर के पास से प्रतिबंधित बोर की एक पिस्टल, प्रतिबंधित बोर के 51 कारतूस बरामद हुए। इसके अलावा दो राइफल, एक रिवाल्वर और एक पिस्टल मिली, जिसके लाइसेंस सुधीर ने पुलिस को दिखाए। अवैध असलहा रखने के जुर्म में पुलिस ने सुधीर सिंह के खिलाफ कैंट थाना में आ‌र्म्स एक्ट का मामला दर्ज किया है। इस दौरान लखनऊ और गोरखपुर से कई प्रभावशाली लोगों ने फोन कर सुधीर को छोड़ने को कहा। लेकिन पुलिस कार्रवाई में उनकी दाल नहीं गल सकी। सुधीर के खिलाफ कार्रवाई की सूचना पर उनके परिचित थाना पर जमा हो गए। नजर पड़ने पर कैंट थाना के सामने खड़े लोगों को एसएसपी ने खदेड़ दिया।

लापरवाही के लिए सहजनवां एसओ देंगे जवाब

चुनाव को देखते हुए पुलिस सबके असलहे जमा करा रही थी। लेकिन पिपरौली के ब्लाक प्रमुख सुधीर सिंह के असलहे जमा कराने की हिम्मत सहजनवां एसओ नहीं जुटा पाए। शाहपुर पुलिस ने भी इसको लेकर कोई प्रयास नहीं किया। माफिया से प्रमुख बने सुधीर सिंह के खिलाफ कार्रवाई में पुलिस हिचक रही थी। पहली बार पुलिस ने ऐसी कार्रवाई की, जिससे सुधीर और उनके समर्थक हिल गए। इसके पहले जिला पंचायत चुनाव के दौरान पुलिस ने उनकी गाड़ी से असलहे बरामद किए थे। तब राजनीतिक दबाव के चलते पुलिस मामूली कार्रवाई कर सकी थी। एसएसपी ने बताया कि सहजनवां एसओ की लापरवाही से सुधीर के लाइसेंसी असलहे जमा नहीं हो पाए थे। इसलिए एसओ से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। इस लापरवाही के लिए एसओ को हटाया भी जा सकता है। पुलिस रिकार्ड में माफिया के रूप में दर्ज सुधीर सिंह के खिलाफ शाहपुर, कैंट, गुलरिहा, लखनऊ सहित कई थानों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।

मुझे नहीं पता, कहां से ले आए असलहे

क्राइम ब्रांच, शाहपुर और कैंट थाना के ज्वाइंट आपरेशन में मिली कामयाबी पर एसएसपी ने शाबासी दी। एसएसपी ने कहा कि अभी कई अन्य माफिया निशाने पर हैं। चुनाव को देखते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उधर, सुधीर ने पुलिस कार्रवाई को गलत बताते हुए फर्जी मुकदमे में फंसाने की बात कही। लाइसेंसी असलहों के कागजात उसके पास हैं। प्रतिबंधित बोर की पिस्टल कहां से पुलिस को मिली इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है।

भाग गया पप्पू, हाथ लगा ड्राइवर

कैंट पुलिस ने मोहद्दीपुर, विन्ध्वासिनी पार्क के पास चेकिंग में दो वाहनों से भारी मात्रा में असलहे बरामद किए। पुलिस को सूचना मिली थी कि कैंट एरिया के पीपलडाढ़ा, कूड़ाघाट निवासी पप्पू निषाद उर्फ रंजीत निषाद अपने परिचित बेलीपार के चेरिया निवासी अजय यादव उर्फ गुड्डू के साथ कहीं जा रहा है। इंस्पेक्टर कैंट ओमहरि बाजपेयी की अगुवाई में टीम ने चेकिंग करने लगी। पुलिस ने दो वाहनों को रोककर तलाशी ली तो एक वाहन में बैठे लोगों ने गोली दागकर भागना शुरू कर दिया। कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दो लोगों को अरेस्ट कर लिया। पुलिस को चकमा देकर पप्पू निषाद फरार हो गया। पकड़े गए लोगों की पहचान बेलीपार के चेरिया निवासी अजय यादव उर्फ गुड्डू और इसी क्षेत्र के भौवापार निवासी अवधेश के रूप में हुई। पुलिस का कहना है कि अवधेश निषाद कुछ दिनों से पप्पू की गाड़ी चला रहा था। पैडलेगंज, इंद्रानगर में रहकर वह अपना कारोबार करता है। फरार पप्पू की तलाश में एसएसपी ने टीम लगाई है।

वर्जन

चेकिंग के दौरान पुलिस को कामयाबी मिली है। शाहपुर और कैंट पुलिस ने माफिया सुधीर सिंह सहित तीन लोगों को अरेस्ट किया है। शातिर बदमाश पप्पू उर्फ रंजीत फरार हो गया है। उसकी तलाश में टीम लगी है। सुधीर सिंह के पास लाइसेंसी असलहे पुलिस जमा नहीं करा पाई थी। इस संबंध में एसओ सहजनवां से जवाब तलब किया गया है।

रामलाल वर्मा, एसएसपी