- दूसरे दिन भी मेला प्रशासन कार्यालय पर डटे रहे माधवदास, नहीं छोड़ रहे हठ

- त्रिवेणी मार्ग आवंटन में बची संस्थाओं के लिए जारी है जमीन की तलाश

ALLAHABAD: माघ मेले में जमीन आवंटन को लेकर छिड़ी रार खत्म नहीं हो रही है। खाक चौक प्रबंध समिति के अध्यक्ष माधवदास लगातार दूसरे दिन मेला कार्यालय पर धरने पर बैठे रहे। उनके हठ योग के आगे अधिकारी नतमस्तक दिखे। उधर गुरुवार को भी त्रिवेणी मार्ग पर आवंटन के लिए बची संस्थाओं के लिए जमीन की तलाश जारी रही, जिस पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की। इस दौरान अरैल मार्ग पर भूमि आवंटन की प्रक्रिया शुरू हो गई।

खाक चौक ही चाहिए

बुधवार से मेला प्रशासन कार्यालय में धरने पर बैठे माधवदास का आंदोलन लगातार दूसरे दिन भी जारी रहा। उन्हें वहां से हटाने के लिए मेला अधिकारियों की कोशिशें असफल साबित हुई। माधवदास का कहना था कि उन्हें खाक चौक की जमीन दी जाए। अपने हक के लिए उन्होंने कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया है। पिछले साल तक प्रशासन उन्हें खाक चौक की जमीनें सौंप देता था लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। जिस पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की है। कार्यालय पर गुरुवार को संतों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

जीटी रोड पर जमीन की तलाश

त्रिवेणी मार्ग पर जमीन का आवंटन बुधवार को शुरू हुआ था। इस बार गंगा की कटान के चलते पचास बीघे से अधिक जमीन कम हो जाने से कई संस्थाओं को त्रिवेणी मार्ग पर जमीन आवंटित नहीं की जा सकी है। इसको लेकर संस्थाओं का विरोध लगातार दूसरे दिन भी जारी रहा। प्रशासन का कहना है कि कुल 65 संस्थाओं को जमीन आवंटित की गई है, बाकी को जीटी रोड पर शिफ्ट करने के लिए जमीन की तलाश जारी है। एक जनवरी को उन्हें भी जमीनें बांट दी जाएंगी।

प्रयागवाल सभा भी असंतुष्ट

इसके अलावा प्रयागवाल सभा भी भूमि आवंटन से असंतुष्ट नजर आ रही है। गुरुवार को कई तीर्थ-पुरोहितों को जमीन का आवंटन किया जाता रहा। प्रशासन का कहना है कि प्रयागवाल सभा का आवंटन अगले कुछ दिनों तक जारी रहेगा। सभा के पदाधिकारियों का आरोप है कि इस बार उनकी जमीन दंडी स्वामियों को आवंटित कर दी गई है। इसके बदले उन्हें इधर-उधर जमीनें दी जा रही है जो उन्हें मंजूर नहीं हैं। इसको लेकर तीर्थ पुरोहितों ने नाराजगी जताई है।