गंगा मइया बिगाड़ रहीं जमीन आवंटन की अफसरों की गणित

संगम की रेती में अबकी बदल जाएगा कई सतों का ठिकाना

अफसरों ने कटान रोकने में लगाया जोर, आवंटन में बढ़ी माथापच्ची

ALLAHABAD: माघ मेला में आने वाले कल्पवासी और संस्थाओं को दी जाने वाली जमीन का दायरा दिन प्रतिदिन सिमटता जा रहा है। गंगा की धारा मेला क्षेत्र की धरा को लगातार आगोश में लेती जा रही हैं। इसके चलते 1500 बीघा में मेला बसाने की योजना अब तक 1350 बीघा में सिमट गयी है। कटान की वजह से तीन दिनों में सरस्वती मार्ग पर 25 से 30 बीघा जमीन जल धारा में समाहित हो गई है। जबकि महावीर मार्ग के उत्तर जगदीश रैम्प की तरफ 30 फीट जमीन भी गंगा भी भेंट चढ़ गयी है। इससे संतों में हलचल है ही, मेला प्रशासन भी परेशान है।

यहां 13 संस्थाओं को ही मिली जमीन

सरस्वती मार्ग पर कटान का असर रहा कि गुरुवार को यहां पर सिर्फ 13 संस्थाओं को ही जमीन आवंटित की जा सकी। जबकि पिछले वर्ष सरस्वती मार्ग पर 20 संस्थाओं को जमीन दी गई थी। कटान की वजह से सात अन्य संस्थाओं को अब तुलसी मार्ग की ओर जमीन आवंटित की जाएगी। इस कटान से महावीर मार्ग पर बनाए गए पाण्टून पुल पर भी खतरा मंडरा रहा है।

जारी है कटान का सिलसिला

महावीर मार्ग पर हुए आवंटन के दौरान तीन दिन में 30 फीट जमीन कट चुकी है। वह भी मार्ग के उत्तर जगदीश रैम्प की ओर। जहां कटान कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। इस मार्ग पर भी कटान की वजह से संस्थाओं को दूसरी तरफ जमीन देनी पड़ी। महावीर मार्ग पर सर्वाधिक 98 संस्थाओं को जमीन तो दी गई लेकिन उसमें अधिकांश को दूसरी ओर जमीन आवंटित की गई। कर्मचारियों की मानें तो मेला क्षेत्र में गंगा का कटान इसी तरह जारी रहा तो पूरी तरह से मेला बसने पर कल्पवासियों को भी दूसरे क्षेत्र में शिफ्ट कराना पड़ सकता है।

कुल 150 संस्थाओं को आवंटन

माघ मेले में प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में साधु संन्यासियों और संस्थाओं को जमीन आवंटित करने का सिलसिला गुरुवार को भी जारी रहा। गुरुवार को संगम अपर मार्ग, सरस्वती मार्ग व महावीर मार्ग पर कुल मिलाकर 150 संस्थाओं को जमीन आवंटित की गई। संगम अपर मार्ग पर 39 संस्थाओं को तो सर्वाधिक महावीर मार्ग की ओर 98 संस्थाओं को जमीन आवंटित की गई है। वहीं सरस्वती मार्ग पर 13 संस्थाओं को जमीन दी गई।

मां गंगा के प्रवाह को तो कोई भी नहीं रोक सकता है। इस बार कटान ज्यादा हो रही है। सरस्वती और महावीर मार्ग पर बालू की किट लगाई जा रही है। गुरुवार को कटान कम देखने को मिला है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों से बात करके ज्यादा से ज्यादा किट्स लगाने को कहा गया है।

आशीष कुमार मिश्र, प्रभारी मेधाधिकारी

एक नजर में कटान

कटान की वजह से रोजाना दस फीट जमीन गंगा में हो रही समाहित

कटान से 150 बीघा जमीन पहले ही कट चुकी

महावीर मार्ग के उत्तर में जगदीश रैम्प तरफ बढ़ा खतरा

सरस्वती मार्ग पर 25 से 30 बीघा जमीन भी कटान में बही

यहां 20 में से 13 संस्थाओं को ही जमीन की जा सकी आवंटित