मेला क्षेत्र में अन्न क्षेत्र चलाने वाले संन्यासियों के सामने खड़ा हुआ संकट

चरखी दादरी व मठ मछली बंदर के संन्यासियों को नहीं मिल रहा सामान

ALLAHABAD: मेला क्षेत्र में तम्बुओं की नगरी धीरे-धीरे आबाद होने लगी है। करीब डेढ़ माह तक चलने वाले मेले में दंडी स्वामी नगर एकलौता सेक्टर है जहां पर मेले के दौरान दोनों प्रहर अन्न क्षेत्र का संचालन किया जाता है। इस बार भी अन्न क्षेत्र चलाया जाएगा लेकिन खाद्यान्न की खरीदारी में दंडी संन्यासियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

स्थापित हो चुका है शिविर

अन्न क्षेत्र चलाने वाले चरखी दादरी आश्रम, हिसार के स्वामी दंडी ब्रह्माश्रम और मठ मछली बंदर के स्वामी विमलदेव आश्रम का शिविर 24 दिसम्बर को लग चुका है। इन संन्यासियों की स्थिति यह है कि अपने शिष्यों के साथ दो दिनों से डेबिट कार्ड लेकर घूम रहे हैं लेकिन चौक एरिया में खाद्य सामग्री के बड़े प्रतिष्ठानों में स्वैपिंग मशीन की सुविधा ही नहीं मिली।

आश्रम से मंगवाएंगे चेकबुक

इस वजह से डेढ़ महीन के हिसाब से चावल, आटा, चीनी व रिफाइंड की खरीदारी नहीं कर पा रहे हैं। एक बार में करीब 50 हजार की खरीदारी करनी है तो एटीएम से भी रुपया नहीं निकाल सकते। संन्यासियों की मानें तो अब चेक का ही इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए अपने-अपने आश्रमों से चेकबुक मंगाया जाएगा। चेक से ही भुगतान होगा तभी खाद्यान्न खरीदा जाएगा। तब तक के लिए सिर्फ शिविर में रोजमर्रा की ही जरुरतों को पूरा किया जाएगा।

हर वर्ष पुण्य की लालसा लेकर अन्न क्षेत्र चलाया जाता है। नोटबंदी के बाद कार्ड और चेक का ही सहारा है। यहां आने पर पता चला कि स्वैपिंग मशीन की सुविधा भी नहीं मिल रही है। अपने आश्रम से चेकबुक मंगाया गया है। दो-तीन में शिष्य चेकबुक लेकर आ जाएंगे। उसके बाद खाद्य सामग्री की खरीदारी की जाएगी।

स्वामी दंडी ब्रह्माश्रम