मौनी अमावस्या से माघी पूर्णिमा तक अतिरिक्त बसों का होगा परिचालन

रिजर्व में रहेंगी दो सौ बसें, झूंसी में बन रहा है अस्थाई बस अड्डा

ALLAHABAD: संगम तीरे लगने वाले आस्था के सबसे बड़े मेले में दूरदराज के क्षेत्रों के श्रद्धालुओं के लिए काफी इंतजाम किए गए हैं। परिवहन विभाग ने प्रमुख स्नान पर्वो का प्लान तैयार किया है। मेले के लिए इस बार दो हजार अतिरिक्त बसें चलाई जाएंगी। जबकि दो सौ बसों को भीड़ बढ़ने की स्थिति में यूज करने के लिए रिजर्व के तौर पर रखा जाएगा। यही नहीं इलाहाबाद मंडल के अन्तर्गत आने वाले इलाहाबाद, प्रतापगढ़, मिर्जापुर व बादशाहपुर की ओर अलग से 370 बसों का परिचालन किया जाएगा।

झूंसी में अस्थाई बस अड्डा

मेले के लिए झूंसी स्थित रोडवेज वर्कशाप के बगल में अस्थाई बस अड्डा बनाया जा रहा है। वहां इलाहाबाद, गोरखपुर, आजमगढ़, काशी, फैजाबाद, चित्रकूट धाम, झांसी, कानपुर, लखनऊ व देवीपाटन मंडल की बसों का परिचालन होगा। इसके लिए परिवहन विभाग ने लखनऊ मुख्यालय को कुल 2200 बसों का प्रस्ताव बनाकर भेजा है।

नियमित चलेंगी 1420 बसें

खासतौर से मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी के लिए अतिरिक्त बसें चलाई जाएंगी। क्योंकि सर्वाधिक भीड़ अमावस्या के स्नान पर्व पर ही होती है। आम दिनों में 1420 बसें नियमित रुप से चलती रहेंगी। परिवहन विभाग ने मुकम्मल तैयारी की है। ताकि श्रद्धालुओं को अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचने में कोई परेशानी ना हो।

मेले में रोडवेज की बेहतर व्यवस्था के लिए इस बार शासन को 2200 बसों के परिचालन के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। आम दिनों में इलाहाबाद मंडल से 370 बसें चलाई जाएंगी लेकिन मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी के लिए दो हजार अतिरिक्त बसों का परिचालन किया जाएगा। भीड़ अधिक हुई तो अस्थाई बस अड्डा पर दो सौ अतिरिक्त बसें खड़ी रहेंगी और जरुरत पड़ने पर उनका इस्तेमाल किया जाएगा।

डॉ। हरिशचंद्र यादव, क्षेत्रीय प्रबंधक परिवहन विभाग

प्रमुख स्नान पर्व

12 जनवरी : पौष पूर्णिमा

14 जनवरी : मकर संक्रान्ति

27 जनवरी : मौनी अमावस्या

दो फरवरी : बसंत पंचमी

10 फरवरी : माघी पूर्णिमा

महाशिवरात्रि : 24 फरवरी