कत्ल के बाद बुजुर्ग दंपति समेत उनकी बेटी को जला दिए थे हत्यारे

हादसा बता रही पुलिस ने माना कि पहले दिन मौके से मिले कंबल पर थे खून के धब्धे

पूछताछ के लिए साइकिल स्टैंड संचालक व कुछ संदिग्धों को उठाया

ALLAHABAD: गंगापार के शिवपुर पडि़ला महादेव मंदिर से कुछ दूर बाग में पेड़ के नीचे महा शिवरात्रि की देर रात बुजुर्ग दंपति समेत उनकी बेटी के कातिलों की तलाश में पुलिस जुट गई है। वहां पेड़ के नीचे तीनों को कत्ल के बाद जला दिया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में तीनों के सिर पर गंभीर चोटें पाई गई हैं। हालांकि पहले दिन तीनों की मौत को पुलिस हादसा बता बता रही थी। कातिलों का सुराग लगाने में जुटी पुलिस अब स्थानीय लोगों का सहारा ले रही है। साइकिल स्टैण्ड संचालकों व मेले में आने वाले कुछ संदिग्धों को पूछताछ के लिए उठाया गया है।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुली आंख

पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद हत्या की पुष्टि हुई तो कई ऐसे तथ्य उजागर हुए जो पहले ही दिन से तीनों के कत्ल की बात साबित कर रहे थे। यह सारे तथ्य मिलने के बाद भी पुलिस इसे हादसा साबित करने की कोशिश कर रही थी। सूत्र बताते हैं कि शिवरात्रि वाली रात जिस जगह वे तीनों जले थे वहां से पुलिस को एक सफेद रंग का कंबल मिला था। उस कंबल पर खून के धब्बे भी थे। जो यह साबित कर रहे थे कि हत्या करने के बाद तीनों को जलाया गया है। फिर भी पुलिस इस तरह के सबूत मिलने का तथ्य छिपाते हुए घटना को महज एक हादसा करार देती रही। स्थानीय लोग तो पहले ही दिन से घटना को हत्या बता रहे थे। लोगों का तर्क था कि यदि बगैर कत्ल किए तीनों को जलाया जाता तो वे आग लगने पर इधर-उधर बचाव के लिए भागते और शोर जरूर मचाते। यदि वह खुद से भी एक साथ जलते तो तीन में से कोई एक तो जलते समय शोर जरूर मचाया होता। लोगों का कहना यह भी था कि बिस्तर पर लेटे-लेटे कोई आग में जल कर मर जाय और वह उठ कर भागे भी न, यह संभव नहीं हो सकता। ग्रामीणों ने तो युवती से रेप की आशंका भी जताई थी। कहना था कि युवती से रेप का विरोध करने पर तीनों की हत्या करके जलाया गया होगा। हालांकि युवती के साथ रेप की पुष्टि अभी तक नहीं हो पायी है। क्योंकि टेक्निकल जांच की रिपोर्ट लैट से नहीं आ पाई है। अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस खुद भी मौके से मिले कंबल पर खून के धब्बे की बात दबी जुबान स्वीकार करने लगी है।

कई संदिग्ध किए गए चिन्हित

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि होने के बाद पुलिस कातिलों की तलाश में हाथ पांव मारने लगी है। पुलिस उन लोगों को चिन्हित करने में जुटी है जो वहां दुकान लगाए थे या फिर देर शाम तक उस मैदान में टहल रहे थे। स्थानीय ग्रामीणों से भी पूछताछ करके पुलिस कातिलों का क्लू खोजने की कोशिश कर रही है। पूछताछ के लिए पुलिस ने मेले वाले दिन वहां साइकिल स्टैण्ड लगाने वालों व कुछ संदिग्धों को भी उठाया है। हालांकि अभी उठाए गए लोगों का नाम पुलिस ओपेन नहीं कर रही है। फिलहाल पुलिस को अभी तक कोई ऐसा क्लू नहीं मिल सका है जिसके जरिए वह कातिलों तक पहुंच सके। अब देखना यह है कि पुलिस इस तीहरे हत्या कांड का खुलासा कब तक कर पाती है।

वर्जन

स्थानीय ग्रामीणों, साइकिल स्टैण्ड संचालकों व मेले के दिन आने वाले लोगों से पूछताछ की जा रही है। इस बीच कई संदिग्ध को पूछताछ के लिए उठाया गया है। जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा।

कमलेश सिंह, एसओ थरवई