-महेशपुरा फाटक के पास हादसे में जीटीआई छात्र की मौत, 4 साथी छात्र घायल

-बरेली से बदायूं पेट्रोल पंप पर घूमने जा रहे थे सभी छात्र

BAREILLY: कहां तो तैयारियां चल रही थीं कि राखी पर भाई से क्या गिफ्ट लिया जाएगा। लेकिन कार की तेज रफ्तार ने दो बहनों से उनका भाई ही छीन लिया। कार से बदायूं जा रहे 25 वर्षीय आशीष की हादसे में मौत के बाद उसकी दोनों बहनों का रो-रोकर बुरा हाल था। वह बस एक ही बात दोहराए जा रहे थीं कि अब वह किसको राखी बांधेंगी? गौरतलब है कि 25 वर्षीय आशीष अपने चार अन्य साथियों के साथ कार से बदायूं पेट्रोल पंप पर घूमने जा रहा था। बदायूं रोड पर महेशपुरा फाटक से पहले मोड़ पर तेज रफ्तार कार पलटते हुए तालाब में जाकर गिर गई। हादसे में आशीष की मौत हो गई और चार अन्य साथी घायल हो गए। पुलिस ने घायलों को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल इलाज के लिए भ्ोज दिया।

पेट्रोल पंप का काम देखता था

मृतक आशीष के पिता ओमप्रकाश देव परतापुर चौधरी रोड नंबर 6 में रहते हैं। उसके परिवार में मां सरोज देवी, दो बहनें अंजली और कंचन हैं। आशीष के पिता एडवोकेट हैं और उनके दो पेट्रोल पंप देव फिलिंग स्टेशन के नाम से बदायूं डिस्ट्रिक्ट में हैं। एक पेट्रोल पंप नदवाली चौराहा वजीरगंज और दूसरा पेट्रोल पंप नरेली चौराहा बिलसी में है। पिता की हार्ट की बीमारी के चलते दोनों पेट्रोल पंप को आशीष ही देखता था। आशीष ने बीटेक की पढ़ाई कर रखी है। वह अब सीबीगंज पॉलीटेक्निक कॉलेज से जीटीआई कर रहा था।

काश, लौट आया होता

आशीष के पिता ने बताया वह काफी दिनों से पेट्रोल पंप पर नहीं गया था। बकरीद की छुट्टी की वजह से वह सुबह पेट्रोल पंप पर जाने के निकला था। वह रोजाना घर से उनके पैर छूकर निकलता था लेकिन आज मुलाकात नहीं हुआ था। उन्हें गुरुवार को लखनऊ जाना था, जिसके चलते उन्होंने आशीष को फोन किया कि वह घर वापस आ जाए। जब फोन किया था तो वह महेशपुरा फाटक से पहले था। उसने बताया कि वह दोनों पेट्रोल पंप देख आएगा। उसके साथ में साथी छात्र संदीप सक्सेना, अमन कश्यप, सतेंद्र गंगवार, और कमल चंद भी घूमने के लिए निकले थे। उसने लौटने से इनकार कर दिया था और कहा था कि शाम तक वापस आ जाएगा लेकिन उन्हें क्या पता था कि वह कभी वापस ही नहीं लौटेगा।

पलटी मारते हुए तालाब में गई

पुलिस के मुताबिक हादसा महेशपुरा फाटक से कुछ पहले हुआ है। स्थानीय लोगों ने बताया कि तेज रफ्तार वैगन आर कार ने अचानक नियंत्रण खो दिया। कार ने तीन-चार बार पलटी मारी और रेलवे लाइन किनारे तालाब में जा गिरी। हादसे के बाद शोर मच गया। साथी छात्र किसी तरह से कार से बाहर निकल आए लेकिन आशीष कार में ही फंस गया। आशीष ही कार को ड्राइव कर रहा था। वहां मौजूद लोगों ने सभी को तालाब से बाहर निकाल हॉस्पिटल पहुंचाया लेकिन आशीष की मौत हो गई।

किसी राखी बाधूंगी भइया

हादसे में भाई की मौत के बाद पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल हो रखा है। बेटे की लाश देखकर पिता बेहोश होकर गिर पड़े। उन्हें डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एडमिट कराना पड़ गया। वह रो-रोकर दोनों बेटियों से कह रहे थे कि अब उनके दो बेटे बचे हैं। वहीं आशीष की मां सरोज कुछ बोल ही नहीं पा रही हैं। दोनों बहनों अंजली और कंचन का रो-रोकर बुरा हाल हो रखा है। दोनों कह रही हैं कि वह किसे राखी बांधेंगी।

खतरनाक है मोड़

महेशपुरा फाटक के पास कई बार हादसे हो चुके हैं, क्योंकि यह मोड़ काफी खतरनाक है। यदि एक बार वाहन अनियंत्रित होता है तो नीचे खाई में जाकर गिर जाता है। यहां लोग फाटक बंद न हो जाए, इसके चलते तेज गति से भी वाहन निकालते हैं। इसके अलावा बदायूं रोड पर भी कट की वजह से एक्सीडेंट होते रहते हैं।