रूरल एसपी राजीव रंजन सिंह ने मंडे को यह खुलासा किया.उन्होंने बताया कि पद्मावती की निशानदेही पर मर्डर वेपन भी रिकवर कर लिया गया है। पहले वह पुलिस को गुमराह कर रही थी, लेकिन उसकी साड़ी पर मिले ब्लड स्टेन्स, हाथ व गले में चोट के निशान ने उसे शक के दायरे में ला दिया।  

पद्मावती आंगनबाड़ी सहायिका है और भाई के ही घर में एक कमरे में रहती थी। वह घर के साथ ही वहां की 5 कïट्टा जमीन पर भी कब्जा करना चाहती थी। बस इसी लालच में आकर उसने कथित तौर पर सबसे पहले अपनी भाभी को पकड़ा और उसका गला रेत दिया। बचाव करने जब लीलावती का हसबेंड पहुंचा तो पद्मावती के बेटे बिïट्टू ने उनका गला रेत दिया। इसके बाद पद्मावती ने अपने भतीजा सोनू की भी हत्या कर दी।

तो हो सकती थी पांच की हत्या

इस हत्याकांड में तीन के बजाय 5 लोगों की जान चली जाती अगर बागबेड़ा निवासी पद्मावती की भाभी सीतालक्ष्मी व उसकी सास वहां से वापस न लौट गई होती। रूरल एसपी के चैम्बर में सीतालक्ष्मी ने रोते हुए बताया कि वह अपने देवर लालमोहन के बुलावे पर घाटशिला गई थी। वहां से वह शाम को ही लौट गई थी, नहीं तो उनकी भी हत्या कर दी जाती।

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