-पूर्व ड्राइवर समेत अन्य आरोपियों ने जेल में आईनेक्स्ट रिपोर्टर को बताई असली कहानी

-पीयूष के सामने ही हत्यारों ने ज्योति पर किए थे दो वार, बाकी वार रास्ते में किए

-खून से छींटे लगने से हुआ उसका प्लान फेल, टीशर्ट के साथ जींस भी बदली थी

KANPUR : शहर के हाईप्रोफाइल और खौफनाक ज्योति मर्डर में अभी भी यक्ष प्रश्न बना है कि ज्योति के कत्ल के समय पीयूष वहां मौजूद था या नहीं। पुलिस ने भले ही मामले का खुलासा कर पीयूष, उसकी माशूका समेत सभी आरोपियों को जेल भेज दिया है, लेकिन आई नेक्स्ट की तफ्तीश जारी है। आई नेक्स्ट की टीम ने जेल जाकर शुक्रवार को हत्यारों से बात की, तो उन्होंने ज्योति के मर्डर की असली कहानी उगल दी। उनके मुताबिक ज्योति के कत्ल के समय पीयूष वहां मौजूद था। हत्यारों ने उसके सामने ही ज्योति को चाकुओं से गोदना शुरु कर दिया था, लेकिन ज्योति के खून के छींटे कपड़े में पड़ने से वो वहां से चला गया। जिसके बाद वो भी मोबाइल पर कॉल करके ज्योति की चीख सुनता है। हत्यारों के ज्योति की मौत के बारे में कंफर्म करने के बाद ही वो कपड़े बदलकर थाने गया था।

पीयूष के सामने ही दो वार हुए थे

कम्पनी बाग से सीएसए की रोड पर पीयूष के कार रोकते ही ज्योति को शक हो गया था, लेकिन पीयूष झटके से कार से उतर गया था। इसके बाद अवधेश ड्राइविंग सीट और सोनू व रेनू बैक सीट पर बैठ गए थे। उस समय कार की विंडो खुली थी। जैसे ही सोनू और रेनू के ज्योति को बाल पकड़कर बैक सीट में घसीटा, तो पीयूष गेट खोलकर खड़ा हो गया था। ज्योति चिल्ला रही थी और पीयूष हत्यारों को ललकारते हुए कह रहा था कि मार दो जिसे सुनने के बाद सोनू के ज्योति का मुंह पकड़कर उसे सीट के नीचे झुका दिया और रेनू के चाकू से लगातार सिर पर दो वार किए। जिससे उसके खून की छींटे पीयूष के कपड़े में पड़ गई और वो घबरा गया। जिसके बाद वो आनन फानन में गेट को बन्द कर वहां से रावतपुर की ओर भाग गया।

गुरुदेव के पास दम तोड़ दिया

पीयूष टीशर्ट और जीन्स पर खून की छींटे पड़ने पर पैदल रावतपुर की ओर दौड़ने लगा था। उसने भागते हुए ज्योति के मोबाइल पर कॉल किया। जिसे रेनू ने रिसीव किया। उसने कहा कि तुम मोबाइल होल्ड रखकर उसका काम तमाम कर दो। जिसे सुनते ही रेनू और सोनू ने दोबारा ज्योति को चाकुओं से गोदना शुरु कर दिया। रावतपुर स्टेशन के पास रेनू ने पीयूष को मोबाइल को ज्योति की मौत के बारे में बताया। जिसके बाद वो फोन काट कर कपड़े बदले चला गया।

जींस भी चेंज की थी पीयूष ने

हत्यारे अवधेश के मुताबिक ज्योति के खून की छींटे पीयूष की टी-शर्ट और जींस में पड़ गई थी। जिसके बाद वो टी-शर्ट ही नहीं, बल्कि जींस भी बदलकर थाने गया था। आईजी आशुतोष पाण्डेय ने उसकी टी-शर्ट तो पहचान ली थी, लेकिन उसने जींस भी चेंज की थी इस पर किसी का ध्यान नहीं गया। वहीं, एसएसपी गुरुवार को कांफ्रेंस में पीयूष के टी-शर्ट बदलने की बात से इन्कार कर चुके है। जिससे पुलिस की मंशा पर सवाल खड़ा हो रहा है।

खून की छींटे से फेल हुआ प्लान

बिस्कुट कारोबारी पीयूष ने माशूका मनीषा के लिए ज्योति के कत्ल की जो साजिश रची थी उसके मुताबिक भाड़े के हत्यारों को पीयूष को पीटने के बाद ज्योति का कत्ल कर लाश को ठिकाने लगाना था, लेकिन पीयूष के कपड़े पर ज्योति का खून लगने से उसका प्लान फेल हो गया। वो खून को देखकर घबरा गया था। जिसके चलते वो वहां से भाग गया था और हत्यारे उसको पीट नहीं पाए। अवधेश के मुताबिक उन्हें पीयूष को इतना पीटना था कि वो भी गंभीर रूप से घायल हो जाए ताकि किसी को शक न हो

देवकी टॉकिज के पास बनाया था प्लान

ज्योति के हत्यारोपी ड्राइवर अवधेश के मुताबिक वो ज्योति मर्डर से एक सप्ताह पूर्व देवकी टॉकिज चौराहे पर पीयूष से मिला था। वहां पर पीयूष ने उससे कहा था कि अबकी बार चूक नहीं होनी चाहिए। उसने अवधेश को एक हजार रुपए भी दिए थे। उसने कहा कि मै किसी भी तरह ज्योति को लेकर रैना मार्केट के पास रेस्टोरेंट पहुंच जाऊगा। पीयूष ने पहले गंगा बैराज में जाने का प्लान बनाया था, लेकिन ज्योति के उस रास्ते जाने से मना करने पर उसने प्लान को बदल दिया था। जिसके बाद वो कम्पनी बाग से रावतपुर के रास्ते कार को ले गया था।

पुलिस के डर से नहीं लिया था नाम

ज्योति के हत्यारे अवधेश, सोनू, रेनू और आशीष ने पुलिस के डर से पीयूष का नाम नहीं लिया था। हत्यारे अवधेश के मुताबिक उन लोगों ने पुलिस को सारी सच्चाई बता दी थी। जिसके बाद पुलिस ने जो कहा उन्होंने वहीं बयान मीडिया के सामने दिया था। रेनू का भी यहीं कहना था।