- मकर संक्रांति के दिन सुबह 7.14 से लेकर शाम 4.26 तक बन रहा है प्रीति संयोग

- इस दिन उड़द दाल में खिचड़ी बनाकर दान करना और भोजन करना होता है शुभ

PATNA : मकर संक्रांति यानी सूर्य की दिशा में परिवर्तन होना, मौसम में बदलाव होना और रंग-बिरंगी पतंगों से सजा व खिला-खिला आकाश, उत्तरायण में खिलते सूर्य देव, शहर से लेकर घर तक तिल-गुड़ की मीठी सुगंध और दान-पुण्य करने की उदार धर्मपरायणता। यही पहचान है मकर संक्रांति की। आज मकर संक्रांति का पर्व पटनाइट्स हर्षोल्लास के साथ मनाएंगे। इसकी तैयारी लोगों ने पूरी कर ली है। आज बड़े जहां पूजा-पाठ करने में व्यस्त रहेंगे वहीं बच्चे और युवा पतंगबाजी में व्यस्त रहेंगे।

तो पूरी होती है मनोकामना

यह एक मात्र ऐसा ऐसा पर्व है जिसका निर्धारण सूर्य की गति के अनुसार होता है। संक्रांति की शुरुआत उस वक्त होती है जब पौष मास में सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है। इस त्योहार के प्रति लोगो में बड़ी आस्था होती है। मकर संक्रांति के दिन सूर्यदेव को अ‌र्घ्य देकर स्नान, दान, पाठ और पूजन का विशेष महत्व है। ऐसी मान्यता है कि आज के दिन जो भी पूरी श्रद्धा से सूर्य भगवान की पूजा करता है उसे अक्षय पुण्यों का लाभ तुरंत मिलता है। वहीं जो लोग विधान पूर्वक सूर्य देव का पूजन नहीं कर सकते वो शिव प्रोक्त सूर्याष्टक स्त्रोत और सूर्य स्तुति का पाठ करके अक्षय पुण्यों का लाभ प्राप्त कर सकते हैं और अपने सभी मनोरथों को भी पूरा किया जा सकता है।

करें दान तो मिलेगा पुण्य

- मकर संक्रांति पर तिल का दान करना होता है शुभ

- इस दिन तिल और खाने का दान करना चाहिए

- मकर संक्रांति के दिन गरीब लोगों को गुड़ और गर्म कपड़ों का दान करना चाहिए

- मकर संक्त्रांति के दिन चावल, खिचड़ी की दाल, घी का भी दान किया जाता है