- फरीदपुर के मिर्धान में कलुआ नाम के बकरे के पेट पर लिखा है मोहम्मद और अल्लाह

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BAREILLY: ईद-उल-अजहा (बकरीद) पर मुस्लिम अल्लाह की राह में हलाल जानवरों की कुर्बानी पेश करते हैं। ट्यूजडे को बकरीद है और इसके लिए लोग अच्छी नस्लों के बकरों की खरीदारी कर रहे हैं। वहीं इस बीच फरीदपुर के एक मोहल्ले में अल्लाह और मोहम्मद लिखा कलुआ नाम का बकरा काफी चर्चा में है। अल्लाह की राह में इस बकरे को कुर्बान करने के लिए मुंबई के एक खरीदार 25 लाख रुपए तक इसकी कीमत अदा करने को तैयार है। हालांकि, बकरे के मालिक इसे बेचने से इनकार कर दिया है और वह खुद ही इसे अल्लाह की राह में कुर्बान करेंगे।

25 लाख का कलुआ

कस्बे के मोहल्ला मिर्धान निवासी गुलाम हसन ने बताया कि करीब 18 माह पहले उनकी बकरी ने दो बच्चों को जन्म दिया था। जन्म के कुछ दिनों बाद ही एक की मौत हो गई। जबकि दूसरे को परिवार के लोग उसका काला रंग देखते हुए उसे 'कलुआ' पुकारने लगे। उन्होंने बताया कि कालुआ जैसे-जैसे बड़ा हुआ तो उसके पेट पर दाई और बाई ओर बनी सफेद रंग की धारियां उभरने लगी। पहले तो इस पर किसी ने गौर नहीं किया। बाद में जब उनके भाई इमाम मोहम्मद हुसैन ने यह देखकर दायीं ओर अल्लाह और बाई ओर मोहम्मद लिखे होने की पुष्टि की। बताया कि बकरा तब तक नहीं बैठता जब तक जमीन पर कुछ बिछा न हो।

8 माह से लग रही बोली

गुलाम के मुताबिक बकरे पर अल्लाह और मोहम्मद लिखे होने की खबर लोगों तक पहुंची तो जैसे ही बकरा साल भर का हुआ बोली लगनी शुरू हो गई। सबसे पहली बोली एक लाख रुपए से शुरू हुई। लाखों की कीमत के कलुआ को एक बार गरीबी के हालात को देखकर बेचने का मन भी बना लेकिन उनकी पत्‍‌नी ने बेचने से मना कर दिया। दोनों ने कसम खाई कि वह उस बकरे को बेचेंगे नहीं बल्कि खुद ही इसे हलाल करेंगे। उम्र बढ़ी तो बोलियों की तादाद भी बढ़ती गई। जो इस वर्ष बकरीद के मौके पर 25 लाख तक पहुंच गई है। जिसकी कीमत गांव के ही एक व्यक्ति ने लगाई है। जो इसे खरीदकर मुंबई के एक खरीदार को बेचेगा।