BAREILLY।
अधिक मास में नहीं होंगे मांगलिक कार्य, लेकिन धार्मिक अनुष्ठानों का मिलेगा विशेष फल।
16 मई यानि आज से शुरू हो रहे मलमास के चलते वैवाहिक कार्यक्रमों पर ब्रेक लग जाएगा। इसके बाद मास के अंत तक दोष रहेगा। 13 से 17 जून तक कोई भी शुभ कार्य नहीं कर सकेंगे। 18 जून से शुभ मुहूर्त के योग हैं।
8 दिसम्बर तक गुरु रहेंगे अस्त
वर्ष 2018 में गुरु की स्थिति बदलने, अधिमास आने, गुरु के अस्त होने, चातुर्मास तथा धनुर्मास आने से विवाह के मुहूर्त काफी कम है। 23 जुलाई आषाढ़ शुक्ल, एकादशी के दिन देवशयनी एकादशी होने से चातुर्मास के चलते लग्न कम पड़ेगी। देवताओं का शयन 19 नवम्बर तक चलेगा। इसके बीच 13-14 नवम्बर से 8 दिसंबर तक गुरु अस्त रहेंगे, जिसके चलते भी शुभ कार्य नहीं हो पाएंगे।
भगवान विष्णु के नाम का करें जप
मलमास को पुरुषोत्तम मास भी कहते हैं। इस मास में किये गए धार्मिक कार्यो का कई गुना फल मिलता है। इस मास शिव सहस्त्रनाम पाठ, विष्णु सहस्त्रनाम पाठ और गणपति अथर्वशीर्ष के पाठ का विशेष महत्व है। इस माह भगवान विष्णु के नाम का जप किया जाता है। पुरुषोत्तम मास में विवाह, यज्ञोपवीत सहित कई मंगल कार्य वर्जित हैं।
शादी के शुभ दिन
जून 18, 19, 20, 21, 23, 25, 27, 29 और 30
जुलाई 5, 6, 9, 10, 11 और 16
दिसंबर 10, 15 और 16