RANCHI : मांदर की थाप, नगाड़ों की गूंज और झारखंड के ट्रेडिशनल गीत पर डांस करते हुए आगे-आगे चलते झारखंड के फोक आर्टिस्ट। इनके पीछे गु्रप ऑफ टेम्पल के नाम से फेमस मलूटी का मंदिर समूह। इस साल ख्0क्भ् को ख्म् जनवरी को राजपथ पर होने वाले रिपब्लिक डे परेड में झारखंड की झांकी ऐसी ही दिखेगी। झारखंड की झांकी की थीम 'मलूटी-एन अननोन सिद्धपीठ ऑफ झारखंड-बुद्धिस्ट, शैव, शाक्त एंड तंत्रा'। इस झांकी के साथ झारखंड के फ्भ् सदस्यीय कलाकारों का एक दल भी झारखंडी नृत्य का जलवा बिखेरता नजर आएगा। इस बार गणतंत्र दिवस की परेड में मुख्य अतिथि के रूप में अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा होंगे। उनके साथ अमेरिका से एक दल भी आएगा। जिनके सामने झारखंड की अपनी कला-संस्कृति और धरोहर को दिखाने का अच्छा मौका है। रिपब्लिक डे परेड एक ऐसा प्लेटफार्म है, जहां स्टेट को अपनी कला, संस्कृति और विकास को झांकी के माध्यम से देश के सामने प्रेजेंट करने का मौका मिलता है।

रक्षा मंत्रालय की विशेष समिति ने दी अनुमति

रक्षा मंत्रालय की विशेष समिति ने कई स्तरों पर प्रेजेंटेशन के बाद झारखंड की झांकी को शामिल करने की अनुमति दे दी है। यह जानकारी झारखंड सूचना और जनसंपर्क विभाग के सचिव एसआर मीणा ने दी। उन्होंने बताया कि रक्षा मंत्रालय की तरफ से झारखंड के मुख्य सचिव को पत्र आ चुका है। इसके बाद झारखंड की झांकी के निर्माण के लिए राष्ट्रीय रंगशाला को रिपोर्ट दी जा चुकी है।

खास हैं मलूटी के मंदिर

झारखंड और बंगाल बॉर्डर पर दुमका जिले से भ्भ् किलोमीटर दूर एक गांव है। जिसे मलूटी के नाम से जाना जाता है। यहां पर मध्यकालीन स्थापत्य कला के अनूठे नमूने मौजूद है। यह हैं यहां के मंदिर। जो गांव में एक सिरे से दूसरे सिरे तक दिखाई देते हैं। यहां पर भगवान शंकर को समर्पित म्9 मंदिर हैं। हरे-भरे पेड़-पौधों के बीच स्थित मलूटी के मंदिर व‌र्ल्ड फेमस हैं। इन मंदिरों की दीवारों पर टेराकोटा की कलाकृतियां बनाई गर्ई है। छोटे-छोटे लाल ईटों से इन मंदिरों को बनाया गया है। जीर्ण-शीर्ण हालत में होते हुए भी गजब की सुंदरता इन मंदिरों से झांकती है। मंदिर की दीवारों पर राम-कृष्ण की लीला भी दिखाई गई है। माना जाता है कि इन मंदिरों का निर्माण मलूटी के प्रथम राजा बसंत राय और उनके पूर्वजों ने क्7ख्0 से क्7ब्0 ई। के बीच कराया था। इन मंदिरों की खासियत यह भी है कि ये अलग-अलग समूहों में है। यहां पर भगवान शंकर के अलावा दुर्गा, काली, मनसा और दूसरे-देवी देवताओं की भी मूर्तियौं हैं। मलूटी ग्रुप्स ऑफ मंदिर को व‌र्ल्ड हेरिटेज में शामिल करने का प्रपोजल है।