-कामकाज में तेजी के लिए सोसायटी को जिम्मेदारी देने की कवायद तेज

-दायरा बढ़ा, तो महसूस की जा रही है संचालन को और बेहतर बनाने की जरूरत

-मालसी डियर पार्क में साल भर में ढाई लाख से ज्यादा टूरिस्टों की होती है आमद

DEHRADUN: मालसी डियर पार्क का दायरा लगातार बढ़ रहा है। मिनी जू का इसे दर्जा मिल चुका है। उसी हिसाब से अपग्रेडशन का काम चल रहा है। काम काज में तेजी के लिए अब मालसी डियर पार्क के संचालन का जिम्मा सोसायटी को देने की कवायद तेजी से चल रही है। उम्मीद की जा रही है कि इसके बाद मालसी डियर पार्क की सूरत बदल जाएगी।

ख्0क्फ् में मिली मिनी जू की मान्यता

-क्ख् एकड़ में फैले मालसी डियर पार्क का क्षेत्रफल ख्ख् एकड़ तक किया जा रहा है। ख्0क्फ् में इसे मिनी जू की मान्यता केंद्रीय चिडि़याघर प्राधिकरण से मिली है। इसमें वन्य जीव शोध केंद्र, अस्पताल और वाइल्ड लाइफ रेस्क्यू सेंटर प्रस्तावित किए गए हैं। मसूरी रोड पर स्थित मालसी डियर पार्क में साल भर में ढाई लाख से ज्यादा टूरिस्ट आते है।

सोसायटी से कामकाज में आएगी तेजी

वर्तमान में डीएफओ देहरादून कार्यालय के माध्यम से मालसी डियर पार्क का काम देखा जा रहा है। कई बार योजनाओं के संचालन के लिए बजट मिलने की प्रक्रिया में देरी हो जाती है। कामकाज में तेजी के लिए सरकार सोसायटी को मालसी डियर पार्क का संचालन देने जा रही है। सोसायटी में प्रमुख सचिव वन अध्यक्ष रहेंगे, जबकि डीएफओ देहरादून को सचिव रखा जाएगा। विभिन्न विभागों के सचिव स्तर के अफसरों को सोसायटी में सदस्य बतौर जगह दी जाएगी।

वर्जन

-मालसी डियर पार्क की बेहतरी के लिए सरकार गंभीरता से विचार कर रही है। इसका लगातार विस्तार हो रहा है। इस अनुरूप जो भी जरूरी है, वो कदम उठाए जा रहे हैं।

-दिनेश अग्रवाल, वन मंत्री।