- इंटरनेट कॉल से स्पूंिफंग करके उठा रहा था लाभ

- डीजीपी बन एसएसपी को किया काल, पहुंचा हवालात

GORAKHPUR: डीजीपी बनकर एसओ चिलुआताल को हटाने का एसएसपी को निर्देश देने वाला जालसाज पकड़ा गया। एसटीएफ गोरखपुर यूनिट ने बुधवार देर रात उसे कैंट एरिया के बेतियाहाता से अरेस्ट किया। आरोपी युवक इंटरनेट के जरिए पुलिस अधिकारियों के सीयूजी नंबर्स की कॉलर आईडी स्पूफिंग करके मातहतों को प्रभाव में लेता था। दुबई में रहने वाले परिचित से स्पूफिंग की ट्रिक सीखकर मौसेरे भाई की वर्दी के सहारे वह ठगी करता था। उसके खिलाफ कैंट थाना में जालसाजी, धमकी देने सहित कई धाराओं में केस दर्ज कराया गया है।

हैरान रह गए एसएसपी

27 अक्टूबर को एसएसपी रामलाल वर्मा अपने दफ्तर में मौजूद थे। तभी उनके मोबाइल पर डीजीपी के सीयूजी नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को डीजीपी बताते हुए एसओ चिलुआताल को तत्काल लाइन हाजिर करने को कहा। एसओ को हटाने के लिए सीधे हेडक्वार्टर से कॉल आने की बात एसएसपी को हजम नहीं हुई। उन्होंने डीजीपी ऑफिस को कॉल कर मामले की जानकारी ली तो हकीकत सामने आई। डीजीपी की ओर से कोई कॉल नहीं की गई थी। एसएसपी के निर्देश पर पीआरओ ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ कैंट थाना में केस दर्ज कराया। डीजीपी के निर्देश पर एसटीएफ लखनऊ ने मामले की जांच गोरखपुर यूनिट को सौंपी।

दुबई की ट्रिक, मौसेरे भाई की वर्दी

एसटीएफ ने मोबाइल नंबर ट्रैक किया तो कॉल करने वाले की लोकेशन गोरखपुर और आसपास के इलाकों में मिली। बुधवार देर रात कैंट एरिया के बेतियाहाता मोहल्ले से युवक को पुलिस ने उठा लिया। पूछताछ में उसकी पहचान संतकबीरनगर जिले के मेंहदावल, साड़ेकला निवासी रामनगीना के रूप में हुई। चिलुआताल एरिया के घुनघुन कोठा स्थित ननिहाल में रहकर वह पढ़ाई करता था। आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसका मौसेरा भाई धर्मपाल सिंह सिद्धार्थनगर जिले के शोहरतगढ़ थाना में कांस्टेबल है। अक्सर उसके पास आने जाने से वह पुलिस वालों की तरह रौब गांठना सीख गया। मौसेरे भाई की वर्दी पहनकर रामनगीना ने फोटो खिंचवा ली। पुलिसवाला बनकर लोगों पर धौंस जताकर छोटी-मोटी ठगी करने लगा। इस बीच उसकी बात दुबई में रहने वाले पुराने परिचित अहमद से हुई। अहमद ने उसे गूगल प्ले स्टोर के एक ऐसे एप के बारे में जानकारी दी जिसकी मदद से किसी को फर्जी तरीके से कॉल किया जा सकता है। कॉल करने पर रिसीवर के मोबाइल पर कॉलर की जगह किसी अन्य का नंबर शो करेगा। इस एप को डाउनलोड कर रामनगीना ने कैंपियरगंज के रमवापुर गांव का पता देकर फर्जी आधार कार्ड बनवाया। उससे सिमकार्ड लेकर लोगों को ठगने लगा।

वर्जन

आरोपी काफी शातिर है। मौसेरे भाई के पुलिस में होने का फायदा उठाकर वह फर्जी तरीके से अधिकारी बनकर लोगों को फोन करता था। उसे अरेस्ट करके कैंट पुलिस को सौंप दिया गया है। उससे जुड़े लोगों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की जाएगी।

- विकास चंद त्रिपाठी, सीओ, एसटीएफ