NANITAL: कार्बेट टाइगर रिजर्व क्षेत्र के गांवों में पिछले एक माह से खौफ का पर्याय बनी आदमखोर बाघिन को मारने के लिए वन विभाग हेलीकॉप्टर और ड्रोन कैमरे का प्रयोग कर रहा है। यहां तक की डेढ़ सौ वन कर्मियों की फौज की कमान मुख्य वन संरक्षक कुमाऊं संभाले हुए हैं। फिर भी आदमखोर पकड़ से बाहर है। छह सिंतबर को बाघिन ने तल्ला गौजानी गांव में महिला को निवाला बनाया। इसके बाद क्ख् सिंतबर को गन्ने के खेत में ग्रामीण पर हमला किया, जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद ख्म् और फ्0 सिंतबर को दो और महिलाओं पर हमला किया, जिससे वे जख्मी हो गई। बाघिन के हमले से दहशतजदा ग्रामीणों ने सड़क पर उतर प्रदर्शन किया। आखिरकार शासन सक्रिय हुआ और बाघिन को नरभक्षी घोषित कर मारने के आदेश जारी कर दिए। ख्म् सितंबर से वन कर्मियों की फौज बाघिन की तलाश में जुटी है, लेकिन वह हाथ नहीं आ रही। बताया जा रहा है कि बाघिन की तलाश में अब तक फ्0 लाख रुपये का खर्च हो चुके हैं। रविवार की शाम हेलीकॉप्टर से सर्च के दौरान बाघिन एक खेत में दिखी। बाद में ड्रोन में लगे कैमरों ने उसकी तस्वीर भी उतारी। वन कर्मियों ने खेत को चारो ओर से घेर कर उसे गोली मारने के लिए हाथियों से सर्च ऑपरेशन शुरू किया लेकिन अंधेरा होने के कारण अभियान को रोकना पड़ा।