- रोड पर परछावन के चलते थी भीड़, साइकिल से एक युवक को लग गया धक्का

- मृतक के पिता की तहरीर पर केस दर्ज, सात गिरफ्तार

- गगहा थाना क्षेत्र के सहरिया गांव में हुई घटना

GAGHA/MAJHGAWA:

गगहा थाना क्षेत्र के सहरिया गांव में मंगलवार को साइकिल से धक्का लग जाने के मामूली विवाद ने खूनी संघर्ष का रूप ले लिया। लोगों ने एक युवक को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। वहीं दर्जनभर लोग घायल हुए हैं। मामले में मृतक की तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस ने पूछताछ के लिए सात लोगों को उठाया है।

रास्ते पर चल रहा था परछावन

गगहा थाना क्षेत्र के सिहोरवा पासी निवासी दीप नारायण पासवान विद्युत विभाग गीडा में कार्यरत हैं। उनका बेटा अनूप गांव के ही संगेश के साथ सोमवार को शाम 5 बजे गेहूं पिसाने जा रहा था। रास्ते में सहरिया गांव में परछावन कार्यक्रम चल रहा था। रोड पर भीड़ लगी थी। अनूप की साइकिल से ऋषिकेश उर्फ बबलू से टकरा गई।

साइकिल टकराई तो हुई मार

आरोप है कि वहां खड़े दुर्गविजय यादव, राजू, मोहन, अखिलेश आदि लोग अनूप के साथ हाथापाई करने लगे और जातिसूचक गालियां देने लगे। इसकी सूचना अनूप ने मोबाइल से अपने चचेरे भाई पिन्टू को दी। पिंटू ने अभिषेक, भोलेनाथ, मुखलाल, विपिन को भेजा। आरोप है कि चारों को देखते ही पहले से उलझे युवक और उग्र हो गए। लाठी व रॉड से सभी की पिटाई शुरू कर दी।

मौके पर दम तोड़ा

चारों युवक निहत्थे थे जबकि आरोपी लाठी, रॉड से लैस थे। वे लगातार सभी की पिटाई करने लगे। आरोप है कि लाठी, रॉड से बुरी तरह पीटकर अभिषेक की हत्या कर दी गई। वहीं अनूप कुमार, विपिन, भोलेनाथ घायल हो गए। घटना के बाद आरोपी फरार हो गए। परिजन घायलों को लेकर गगहा स्वास्थ केन्द्र गए। वहां से डॉक्टर ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया।

केस दर्ज

मृतक के पिता दीप नारायण ने गगहा थाने में योगेश पुत्र भुडोल, दुर्गविजय पुत्र जीतन यादव, ऋषिकेश पुत्र गंगा यादव, राजू पुत्र राम नगीना यादव, अखिलेश पुत्र जगदीश यादव, मोहन यादव व अन्य के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर लिया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गांव से सात लोगों को उठाया है। देर शाम तक पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही थी।

तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम बनाकर छापेमारी की जा रही है।

- गिरजेश तिवारी, एसओ, गगहा