PATNA: अब थानों की दशा बदली सी नजर आएगी। यहां दरोगा की दहाड़ नहीं कार्पोरेट सेक्टर की तरह मैनेजर की सालीनता से स्वागत होगा। पुलिस की गिरती शाख को लेकर थानों पर कार्पोरेट आफिसों की तरह मैनेजर की तैनाती की तैयारी चल रही है। इसके लिए वैकेंसी भी निकाली जा रही है। बहुत जल्द पटना सहित प्रदेश के सभी थानों में मैनेजर की तैनाती कर थाना के मैनेजमेंट की पूरी कमान उनके हाथ में दे दी जाएगी। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि इससे आम लोगों में पुलिस की शाख बढ़ेगी और वह पुलिस से जुड़कर अपराध पर अंकुश लगाने में मदद करेगी।

शुक्रवार को अफसरों की एक अहम बैठक के बाद मुख्यसचिव ने बताया कि बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश की विधि-व्यवस्था को लेकर बैठक बुलाई थी। बैठक में कई अहम मसलों पर चर्चा हुई। उक्त बैठक में फैसला हुआ था कि थानों में आइटी स्टॉफ रखे जाएंगे, जिनका काम विभिन्न आवश्यक कागजात को कंप्यूटर में अपलोड करने से लेकर कुछ कागजातों को ऑनलाइन करना होगा। इसी कड़ी में अब यह फैसला भी हुआ कि प्रत्येक थानों में एक थाना मैनेजर भी नियुक्त की जाएगी।

जल्द शुरु होगी प्रक्रिया

थानों मैनेजर पद पर नियुक्ति के लिए सरकार अगले सप्ताह तक विज्ञापन जारी कर देगी। संविदा पर होने वाली मैनेजर पद की नियुक्ति के लिए आवेदक का स्नातक होना आवश्यक होगा। थाना मैनेजर यह देखेंगे कि थानों में किसी भी तरह की सुविधा का अभाव न हो। मुख्यसचिव ने बताया कि बैठक में यह फैसला भी हुआ कि थानों में आंगतुक कक्ष का निर्माण शीघ्र प्रारंभ कराया जाएगा और आंगतुक कक्ष का निर्माण थाना प्रभारी कराएंगे। इसके लिए उन्हें राशि तत्काल दी जाएगी। जिन थानों में दो वाहन नहीं है वैसे थाने नए वाहनों की खरीद तक किराए पर वाहन ले सकेंगें। सीएस के साथ ही गृह विभाग के पीएस, डीजीपी के साथ ही अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।