-मुगलसराय रेलवे ने घोषित किया हाई अलर्ट, राजधानी एक्सप्रेस सहित कई प्रमुख ट्रेन्स के आगे चलेंगे पायलट इंजन

-विरोध दिवस मना रहे हैं नक्सली, 27 से तीन दिसंबर तक किया है बिहार-झारखंड बंद का ऐलान

MUGHALSARAI

नक्सलियों ने एक बार फिर रेलवे को संकट में डाल दिया है। ख्7 नवंबर से तीन दिसंबर तक विरोध दिवस मना रहे नक्सलियों ने सात दिनों तक बिहार-झारखंड बंदी का ऐलान किया है। नक्सलियों की बंदी को लेकर मुगलसराय रेलवे मंडल को अलर्ट जारी कर दिया गया है। बिहार-झारखंड की ओर से गुजरने वाली वीआईपी ट्रेन्स में सिक्योरिटी टाइट कर दी गई है। राजधानी एक्सप्रेस सहित कुछ अन्य ट्रेन्स के आगे पायलट इंजन चलाया जाएगा। ट्रेन्स की स्पीड भी साठ से कम रखने के लिए ड्राइवर्स को निर्देश दिया गया है। झारखंड में कुछ दिनों पहले पुलिस के हाथों मारे गए अपने साथियों के विरोध में नक्सलियों ने एक सप्ताह तक बंदी का ऐलान किया है।

ट्रेन्स में बढ़ाई गई सिक्योरिटी

आरपीएफ, जीआरपी सहित लोकल पुलिस सहित अन्य सिक्योरिटी एजेंसीज को भी एलर्ट किया गया है। स्थानीय रेलवे मंडल के बरवाडीह सेक्शन, गया के मानपुर सहित जपला की तरफ से गुजरने वाली रेल लाइनों व ट्रेन्स पर विशेष निगहबानी की जा रही है। वहीं ट्रेन्स में स्क्वॉड कर रहे जवानों को मुस्तैद रहने के निर्देश दिए गए हैं।

मुगलसराय से कई राजधानी

मुगलसराय रेलवे स्टेशन से आधा दर्जन से अधिक राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन्स का बिहार-झारखंड के रास्ते अप-डाउन होता है। रात के साढ़े दस बजे के बाद हर पांच से पंद्रह मिनट के गैप में राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन्स की आवाजाही लगी रहती है। इसके अलावा गरीब रथ सहित कई प्रमुख ट्रेनें बिहार झारखंड के रास्ते अप-डाउन करती हैं। इन ट्रेन्स में स्कार्ट को अलर्ट रहने को कहा गया है।

चप्पे-चप्पे पर रखी जा रही नजर

नक्सलियों की ओर से बिहार-झारखंडमें बंदी का ऐलान सुनते ही मुगलसराय रेलवे ने टै्रक व ट्रेन्स की सिक्योरिटी टाइट कर दी है। नक्सली मूवमेंट एरियाज के सेंसेटिव जोन वाले रेलवे स्टेशंस पर सादे वर्दी में जवानों को तैनात किया गया है। आरपीएफ-जीआरपी के अलावा लोकल पुलिस की भी हेल्प ली जा रही है। सुरक्षा की दृष्टि से चप्पे-चप्पे पर रेलवे सिक्योरिटी एजेंसीज नजर रखे हुए हैं।

मुगलसराय-गया रेल रूट सेंसेटिव

नक्सलियों ने रेलवे में बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया है। मुगलसराय-गया रेल रूट के स्टेशंस के बीच में कई बार नक्सली ट्रेन्स व रेल टै्रक को डैमेज कर चुके हैं। खास करके नक्सली बंदी के दौरान रेलवे को बहुत नुकसान पहुंचा चुके हैं। नक्सली जोन वाले रेलवे स्टेशंस में मुगलसराय मंडल के रफीगंज, कास्ता परैया, जपला, नवीनगर, मुहम्मदगंज, उतारी रोड, बीडी सेक्शन और गढ़वा रोड के आउटर तक नक्सलियों का मूवमेंट बराबर होता रहता है। पूर्व में इन स्टेशंस के बीच में नक्सली कई बड़ी घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं।

नक्सलियों ने एक सप्ताह तक विरोध घोषित किया है। आरपीएफ सिविल पुलिस व जीआरपी के साथ मिलकर विशेष सतर्कता बरत रही है। मुगलसराय रेल मंडल में अलर्ट घोषित किया गया है।

राजाराम

आरपीएफ, असिस्टेंट कमांडेंट

पूर्व मध्य रेलवे मुगलसराय