- सिकुड़ी मंडी चौड़ी करने को मांगी प्रशासन की मदद

- नवीन मंडी के 140 दुकानों को किया चिन्हित

- पांच रोज पहले ही मंडी इंस्पेक्टर द्वारा दुकानों पर लगाए गए थे लाल निशान

- व्यापारियों को नोटिस देकर 20 तारीख तक दिया गया था मौका

GORAKHPUR: नवीन मंडी से अतिक्रमण हटाना जिम्मेदारों के लिए सिरदर्द बन गया है। लाख कोशिशों के बाद भी जिम्मेदार अब तक कार्रवाई नहीं कर सके हैं, जबकि उन्होंने फल-सब्जी, गल्ला और मछली की दुकानों का सर्वे कर उसे चिन्हित भी कर लिया है। साथ ही 140 दुकानों को नोटिस भी जारी कर दिया। मंडी प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने के लिए व्यापारियों को 20 जनवरी तक का मौका दिया था। लेकिन डेडलाइन समाप्त होने के बाद भी अब तक अतिक्रमण नहीं हटाया गया। व्यापारी अतिक्रमण हटाने को लेकर राजी नहीं है। इसको लेकर मंडी सचिव ने वहां के मौजूदा हाल की रिपोर्ट मंडी परिषद को पहले ही भेज दी।

सिटी मजिस्ट्रेट ने की थी मीटिंग

सब्जी मंडी से अतिक्रमण हटाने को लेकर हुए विवाद के बाद कारोबारियों की 23 दिसंबर को सिटी मजिस्ट्रेट के साथ मीटिंग हुई थी। जिसमें अतिक्रमण को हटाने पर चर्चा हुई थी। मंडी प्रशासन ने सर्वे कराकर फल-सब्जी, गल्ला, मछली की करीब 140 दुकानों को चिन्हित कर लाल निशान लगाया गया। इसके बाद कारोबारियों ने चेतावनी दी है कि अगर मंडी समिति उत्पीड़न करेगा तो इसका विरोध किया जाएगा। अब मंडी प्रशासन अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासन की मदद मांगी है।

दिनो-दिन बढ़ रहा अतिक्रमण

गोरखपुर में वर्ष 1992 में महेवा में नवीन मंडी बनी। इसके बाद मंडी प्रशासन ने साहबगंज मंडी से व्यापारियों को यहां शिफ्ट किया और दुकानें एलॉट की गई। जैसे-जैसे कारोबार बढ़ा, वैसे-वैसे दुकानों की जरूरत बढ़ने लगी। फल-सब्जी सब्जी मंडी में सड़क की चौड़ाई लगभग 80 फुट है, लेकिन अतिक्रमण के कारण सिर्फ 15 से 20 फुट के बीच सिमट कर रह गई है। इसके अलावा वाहन चालकों द्वारा भी माल लदा पिकअप, ट्रकों, डीसीएम आदि को सड़क पर बेतरतीब तरीके से आड़ा-तिरछा खड़ा कर देने से भी काफी अव्यवस्था पैदा होती है।

फल-सब्जी की दुकानें----150

केला भट्ठी ------------55

गल्ला मंडी की दुकानें----167

मछली की दुकानें-------105

मंडी प्रशासन ने दुकानों को किया चिन्हित--140

मंडी को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए दुकानों को चिहिन्त कराकर लाल निशान लगा दिए गए हैं। इसमें प्रशासन की मदद मांगी गई है। जल्द ही अतिक्रमण हटवाया जाएगा।

सेवा राम वर्मा, सचिव, नवीन मंडी महेवा